Edited By Shivam, Updated: 05 Feb, 2021 04:29 PM
राज्यसभा में शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर व राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के बीच कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट को लेकर तीखी नोक-झोंक हो गई।
नई दिल्ली (ब्यूरो): राज्यसभा में शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर व राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के बीच कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट को लेकर तीखी नोक-झोंक हो गई।
दरअसल, तोमर ने पंजाब के कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट का जिक्र करते हुए दावा किया कि उसमें किसानों को जेल भेजने की बात है, इसी बात पर दीपेंद्र हुड्डा ने उन्हें टोका और कहा कि झूठ पर वह चुप नहीं बैठेंगे। बाद में गुलाम नबी आजाद के बीच बचाव के बाद ये साफ हुआ कि दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा के कानून की बात कर रहे थे, जबकि तोमर पंजाब की।
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने साफ संकेत दिया कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को लेकर कतई पीछे नहीं हटने जा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि तीनों कानून किसानों की भलाई के लिए हैं और किसानों को बरगलाया जा रहा है। उन्होंन कांग्रेस पर हमला करते हुए ये तक कह दिया कि खून से खेती सिर्फ कांग्रेस करती है।तोमर ने हुड्डा से कहा कि अगली बार कानून पढ़कर आइएगा तो आपसे उस पर भी बहस करेंगे।
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