Edited By Isha, Updated: 01 Apr, 2020 11:12 AM
29 मार्च को पलवल रोडवेज डिपो से उच्च अधिकारियो से आदेश मिलने के बाद गाजियाबाद के लाल कुआँ से गोरखपुर सवारियां छोड़ने के लिए गए रोडवेज चालक के साथ लखनऊ में यूपी पुलिस द्वारा मारपीट करने का मामला सामने
पलवल(दिनेश)- 29 मार्च को पलवल रोडवेज डिपो से उच्च अधिकारियो से आदेश मिलने के बाद गाजियाबाद के लाल कुआँ से गोरखपुर सवारियां छोड़ने के लिए गए रोडवेज चालक के साथ लखनऊ में यूपी पुलिस द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। घायल चालक ने पलवल पहुंचकर पलवल डिपो के इंस्पेक्टर को मामले से अवगत कराकर शिकायत दी। इस बात को लेकर पलवल डिपो के सभी चालक व परिचालकों में भारी रोष है और सभी उक्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे है। वही डिपो इंस्पेक्टर ने भी मामले के बारे में उच्च अधिकारियो को भी अवगत करा दिया है।
जानकारी के अनुसार विश्वव्यापी कोरोना महामारी को लेकर लोगो का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना लगातार जारी था। लोगो की परेशानियों को देखते हुए सभी प्रदेश सरकारों ने उनकी मदद करने की ठानी और इसी मदद को लेकर गत 28 मार्च की रात को पलवल बस डिपो में आदेश आया कि गाजियाबाद से सवारियों को भरकर गोरखपुर छोड़ने के लिए जाना है। आदेश मिलते ही 29 मार्च की सुबह पलवल डिपो से 76 गाड़ियों को गाजियाबाद के लिए भेजा गया। जहां से करीब 54 गाड़ियों में बस चालक सवारियों को भरकर अलग - अलग जगह छोड़ने के लिए निकल पड़े। जहां से पलवल बस डिपो की रोडवेज बस जिसका नंबर एच आर 38 एस 0501 है जिस पर चालक खुर्शीद था। वहां से वह सवारियों को लेकर गोरखपुर के लिए निकल पड़ा। जब चालक लखनऊ के बाराबंकी चौक पर पहुंचा और वहां बस को रोकर वह गोरखपुर जाने का रास्ता वहां तैनात पुलिस कर्मियों से पूछने लगा। तभी यूपी के पुलिस कर्मियों ने लॉक डाउन तोड़ने के उललंघन में चालक के साथ ग़ालीगलौच कर मारपीट शुरू कर दी।
चालक ने उन्हें काफी समझाया भी कि वह सरकारी आदेशों पर ही सवारियों को गोरखपुर छोड़ने के लिए जा रहा है। लेकिन बावजूद इसके पुलिस कर्मियों ने उसकी एक नहीं सुनी और उसपर डंडे बरसाते रहे। वही इस घटना को लेकर पलवल बस डिपो के सभी चालक व परिचालकों में रोष है और सभी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उक्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने की मांग कर रहे है।