Edited By Manisha rana, Updated: 09 Nov, 2024 01:51 PM
दादरी जिले में बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों को खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सांस फूलने की समस्या के साथ आंखों में जलन से आमजन को भारी समस्या हो रही है।
चरखी दादरी (पुनीत श्योराण) : दादरी जिले में बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों को खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सांस फूलने की समस्या के साथ आंखों में जलन से आमजन को भारी समस्या हो रही है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जिले के पीएचसी ओर सीएचसी में रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
डॉक्टर्स ने लोगों को अधिक प्रदूषण के वक्त बाहर न निकलने की सलाह दी है। अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से परामर्श लेने को कहा है। बच्चे और बूढों को सुबह-शाम बाहर घूमना कुछ दिन के लिए बंद करने की भी सलाह दी है। आंखों में जलन होने पर गुनगुने पानी से समय-समय पर धोते रहे।
दमघोटू हवा से सांस लेना हुआ दूभर
बता दें कि दादरी जिले में अब तक एक भी पराली जलाने का मामला नहीं है। उसके बावजूद भी जिले में AQI 300 के पार है। जिसका कारण खनन और खुले में जलाया जा रहा कूड़ा हो सकता है। दमघोटू हवा से सांस लेना दूभर हो गया है। जिले में प्रदूषण का कहर अब भी जारी है। अब देखना होगा प्रशासन कब नींद से जागेगा और जनता को कब इस दमघोटू हवा से छुटकारा मिल पाएगा।
वहीं किसान सतबीर सिंह का कहना है कि सरकार किसानों पर पराली जलाने का आरोप लगा रही है जबकि दादरी जिले में एक भी पराली जलाने का मामला नही है। उनका का कहना है कि खुले में कूड़े को जलाया जाता है जिसके कारण दादरी की हवा दमघोटू हो गई है। सरकार उनके ऊपर तो कोई कारवाई नहीं करती उल्टा किसानों के ऊपर केस दर्ज कर रही है।
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