Edited By Saurabh Pal, Updated: 30 Jul, 2024 05:34 PM
हरियाणा के सारे सिख 8 सितंबर को करनाल में सिख सम्मेलन करेगें। इस दौरान वे सिख समुदाय को एकजुट कर उनके हकों की आवाज बुलंद करने का काम करेंगे। गुरुद्वारा नीम साहिब के सरदार शरणजीत सिंह, सौंथा प्रधान सरदार अवतार सिंह चक्कू और हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंध...
कैथल (जयपाल रसूलपुर): हरियाणा के सारे सिख 8 सितंबर को करनाल स्थित नई अनाज मंडी में सिख सम्मेलन करेगें। इस दौरान वे सिख समुदाय को एकजुट कर उनके हकों की आवाज बुलंद करने का काम करेंगे। लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से हर पार्टी और सरकारों की उपेक्षा झेल रहे सिख समाज ने अब एकजुट होकर प्रदेश में अपने हक लेने का फैसला किया है। गुरुद्वारा नीम साहिब के सरदार शरणजीत सिंह, सौंथा प्रधान सरदार अवतार सिंह चक्कू और हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी की ओर से 8 सितंबर के सिख सम्मेलन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें ये कहा गया कि पूरे हरियाणा का सिख समुदाय 8 सितंबर के सिख सम्मेलन को सफल बनाएं। सभी को धड़ेबंदी और पार्टी से ऊपर उठकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत निम्न मुद्दों पर एकजुट होने की अपील की और उन्हें 8 सितंबर को आयोजित होने जा रहे हरियाणा सिख सम्मेलन में बड़ी संख्या में शामिल होने का न्योता दिया। इस मीटिंग में बलराज सिंह पोलड पूर्व सरपंच, कुलविंद्र सिंह चीमा पोलड़, पृथपाल सिंह जब्बर, नरेंद्र बराड़, कुलदीप सिंह चीमा, दिलजीत सिंह रोखा और तिजेंद्र सिंह हिमतपरा मौजूद रहे। वक्ताओं ने बताया कि इस बार सिख समाज निम्न मुद्दों पर आर-पार की लड़ाई लड़ेगा और अपना हक लेकर रहेगा।
1. हरियाणा में 15-20 विधानसभा सीटों पर सिख काफी संख्या में हैं। आने वाले विधान सभा चुनाव में यहां से सिख उम्मीदवार उतारे जाएं। अगर कोई सीट रिजर्व हो तो उस सीट पर मजहबी, रविदासिया, शिक्लीघर आदि को टिकट दिया जाएं।
2. अगले लोकसभा में सिख समुदाय के दो प्रतिनिधियों को टिकट मिलें।
और राज्य सभा में भी हरियाणा के सिख समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाएं।
3. पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा प्राप्त है, लेकिन सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी के टीचर नहीं हैं। पंजाबी टीचर भर्ती का रिजल्ट भी काफी समय से लंबित है। पिछला रिजल्ट निकाला जाएं और जिन सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी टीचर नहीं हैं, वहां पोस्ट दी जाएं।
4. पंजाबी साहित्य अकादमी को पहले की तरह स्वतंत्र प्रभार दिया जाएं, ताकि पंजाबी भाषा के विकास के कार्य हो सकें।
5. सोशल मीडिया पर सिख धर्म, गुरु साहेबान, सिख कौम के बारे गलत प्रचार करने और सिखों के लिए गलत शब्द इस्तेमाल करने पर सख़्त कारवाई करने के लिए हर जिले में एसआईटी का गठन किया जाएं।
6. परीक्षाओं में अमृतधारी बच्चों के ककार न उतरवाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिये जाएं और ऐसा करने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कानूनी और विभागीय कारवाई की जाएं।
7. हरियाणा में अल्पसंख्यक आयोग का गठन किया जाएं।
8. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में हरियाणा के सिखों को प्रतिनिधित्वि दिया जाएं।
9. हरियाणा के सिख आबादी वाले सभी जिलों में सिख कम्युनिटी सेंटर बनाने के लिए सरकारी स्थान और अन्य जातियों को दी गई ग्रांट की तर्ज पर ग्रांट दी जाएं।
10. हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव अति शीघ्र करवाए जाएं। चुनाव से पहले नए वोटर आईडी कार्ड बनवाने और पुरानी वोटर सूची को ठीक करने की हिदायत दी जाएं।
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