Edited By Isha, Updated: 16 Jul, 2023 12:49 PM

महिला पहलवानों में शामिल संगीता फोगाट ने भारत का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। संगीता ने हंगरी के बुडापेस्ट में पॉलीक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल रैंकिंग सीरीज कुश्ती चैंपियनशिप में हंगरी की विक्टोरिया बोरसोस को हराकर 59 किग्रा...
डेस्क: महिला पहलवानों में शामिल संगीता फोगाट ने भारत का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। संगीता ने हंगरी के बुडापेस्ट में पॉलीक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल रैंकिंग सीरीज कुश्ती चैंपियनशिप में हंगरी की विक्टोरिया बोरसोस को हराकर 59 किग्रा में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
संगीता ने तीसरे-चौथे स्थान के मैच में अपने हंगेरियन प्रतिद्वंद्वी को निर्णय द्वारा जीत (वीपीओ1) में 6-2 से हराया। संगीता ने टेकडाउन मूव के साथ बढ़त बना ली। हालांकि हंगरी की पहलवान ने स्कोर 2-2 से बराबर कर लिया, लेकिन भारतीय पहलवान ने उग्र हमला किया। संगीता ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता बजरंग पुनिया की पत्नी और राष्ट्रमंडल खेलों की गोल्ड मेडल विजेता गीता फोगाट की बहन है।
यह मेडल सिर्फ मेरा नहीं है, आप सभी का
ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद संगीता ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आप सभी के बधाई के संदेश मुझ तक पहुंच रहे हैं, इस पल पर बहुत भावुक हूं। आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया। यह मेडल सिर्फ मेरा नहीं है, आप सभी का मेडल है। मैं इस मेडल को दुनिया की उन सभी संघर्षशील महिलाओं को समर्पित करती हूं, जो महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराधों के खिलाफ संघर्षरत हैं। जय हिन्द।
बता दें कि बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, साक्षी मालिक जैसे भारत के शीर्ष पहलवान कुछ दिन पहले देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन पर बैठे हुए थे। पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था। उन्होंने बृज भूशण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। काफी समय तक पहलवानों की आवाज को नहीं सुना गया था, जिसके चलते उन्होंने अपने मेडल को गंगा में बहाने का भी मन बना लिया था।