Edited By Manisha rana, Updated: 28 Feb, 2021 09:08 AM
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा है कि शनिवार सुबह साढ़े चार बजे से एक हजार से ज्यादा अधिकारियों की 236 टीमें बनाकर बड़े उद्योगों में बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी की गई। इस दौरान करीब 1100 से अधिक बिजली चोरी के ...
चंडीगढ़ : बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा है कि शनिवार सुबह साढ़े चार बजे से एक हजार से ज्यादा अधिकारियों की 236 टीमें बनाकर बड़े उद्योगों में बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी की गई। इस दौरान करीब 1100 से अधिक बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं और बिजली बोर्ड को लगभग 100 करोड़ का रैवेन्यू इकट्ठा होगा। चंडीगढ़ स्थित निवास पर पत्रकार वार्ता दौरान उन्होंने कहा कि टीमों में बिजली विभाग के दो डायरैक्टर, 6 एस.सी., चीफ इंजीनियर व एक्सईएन जे.ई. व अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने मॉनिटरिंग के साथ-साथ छापेमारी की। यह छापेमारी 5 बड़े शहरों के उद्योगों में की गई है, जिनमें गुरुग्राम, धारूहेड़ा, फरीदाबाद, रेवाड़ी और हिसार शामिल हैं। इन छापों के जरिए सरकार यह संदेश देना चाहती है कि बिजली चोरी अब किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी।
छापेमारी दौरान तारों में कट, मीटर में गड़बड़ी आदि के कई मामले सामने आए और चोरी की गड़बड़ी में अधिकारी भी शामिल पाए गए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस प्रकार छापेमारी से 3000 किलोवाट से ज्यादा की बिजली चोरी पकड़ी गई जिससे एकदम लाइन लॉस नीचे आएगा। लाइन लॉस कम होने से बिजली क्षमता में सुधार आएगा और उपभोक्ताओं को और भी सस्ती बिजली मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के इतिहास में पहली बार बिजली चोरी पकडऩे के लिए सबसे बड़ा एक्शन लिया गया है।
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