Edited By Naveen Dalal, Updated: 02 Aug, 2019 04:42 PM
हरियाणा रोडवेज़ के कच्चे कर्मचारी सीएम आवास के घेराव के लिए निकले लेकिन पंचकूला चंडीगढ़ बॉर्डर पर हैवी बरिगेटिंग कर प्रदर्शनकारियों को पंचकूला पुलिस व चंडीगढ़ पुलिस ने रोका लिया...
पंचकूला (उमंग श्योराण): हरियाणा रोडवेज़ के कच्चे कर्मचारी सीएम आवास के घेराव के लिए निकले लेकिन पंचकूला चंडीगढ़ बॉर्डर पर हैवी बरिगेटिंग कर प्रदर्शनकारियों को पंचकूला पुलिस व चंडीगढ़ पुलिस ने रोका लिया। जहां पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का प्रयोग कर लाठी चार्ज किया गया। जिसके कारण इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों सरकार से नौकरी वापस दिए जाने की मांग कर रहे थे।
दरअसल यह वो कर्मचारी हैं जब रोडवेज़ में कार्यरत कर्मचारी निजीकरण के विरोध में काम छोड़कर धरने पर बैठ गए थे। जिसके चलते रोडवेज़ व्यवस्था चरमरा गई थी। जिसके बाद ऐसे में यात्रियों को सुविधा देने के लिए सरकार ने उस समय कुछ चालकों और परिचालको को नौकरी पर रख ट्रांसपोर्ट सुविधा सुचारू रखने का काम किया था। लेकिन पुराने कर्मचारियों के वापिस आते ही नए कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया जिसके चलते ये कर्मचारी एक बार फिर बेरोजगार हो गए।
हरियाणा रोडवेज की हड़ताल के दौरान भर्ती किए गए कच्चे रोडवेज कर्मचारी सड़कों पर उतरे थे और शुक्रवार को दोबारा नौकरी पर रखे जाने की मांग को लेकर यह सीएम आवास के घेराव के लिए निकले थे। बता दें कि रोडवेज की हड़ताल के दौरान सरकार ने ढाई हजार कच्चे कर्मचारी ड्राइवर व कंडक्टर की पोस्ट पर रखे थे। हरियाणा के कच्चे कर्मचारियों की मांग सरकार उन्हें रोडवेज में पक्का करें।