Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 05 Jan, 2023 04:53 PM

शहर में अपनों ने जिन्हें ठुकरा दिया। उनके लिए एक आशियाना बनाया गया है। जिसमें वो अपना गुराजा कर रहे है।
अंबाला(अमन): शहर में अपनों ने जिन्हें ठुकरा दिया। उनके लिए एक आशियाना बनाया गया है। जिसमें वो अपना गुराजा कर रहे है। ये कहानी उन बुजुर्गों की है। जिनके अपने लोग ही घर से बेदखल कर दिए है। कितनी खुशी होती है, जब एक पिता का बेटा होता है और उससे ज्यादा प्रसन्नता एक दादा होता है। वह अपने पोते की आने के खुशी में भोज करता है और समाज में सीना चौड़ा करके घुमता है,लेकिन वहीं पोता बड़ा होकर अपने दादा को अपने घर से बाहर निकाल देता है।
बता देंता शहर में बुजुर्गों के लिए अपना घर नामक वृद्धाश्रम बनाया गया है। जिसमें लगभग 28 से ज्यादा बुजुर्ग रह रहे है। साथ ही उन्हें हर तरह की सुविधाएं दी जा रही है और वे खुशीपूर्वक अपना जीवन-यापन कर रहे है,लेकिन दर्दभरा जीवन में लोग खुश कैसे रह सकते है।
वहीं बात अगर गज्जन सिंह बुजुर्ग की करे तो उनके घर में अफसर है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें वृद्धाआश्रम में रहना पड़ रहा है। हालांकि उसने यहाँ पर अपने आप को खुश रहने की बात जरूर की है, लेकिन उसकी हंसी के पीछे उसका दर्द साफ बयां कर रहा है की वो अपनों से दूर रहकर कितना दुखी है। हैरानी की बात है कि लोग अपने जीवन में पैसा सोहरत कमा रहे है, लेकिन अपने माता-पिता को दो वक्त की रोटी नहीं दे पाते है।
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