गीता जयंती महोत्सव में शामिल होने के लिए विदेशों से कुरूक्षेत्र पहुंच रहे अप्रवासी भारतीय

Edited By Gourav Chouhan, Updated: 18 Nov, 2022 09:39 PM

nris reaching kurukshetra from abroad to attend geeta jayanti festival

अप्रवासी भारतीयों से मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वे हरियाणा के मुख्यमंत्री से जल्द ही मुलाकात कर इस विषय पर बातचीत करेंगे।

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्सव में शामिल होने के लिए अप्रवासी भारतीयों का आना शुरू गया है। बहुत से तो ऐसे अप्रवासी भारतीय हैं चाहे वे दशकों से विदेशों में रहते हैं लेकिन उनका व्यक्तिगत लगाव कुरुक्षेत्र की धरती से है। उनका मानना है कि सरकार को ऐसी योजनाओं पर काम करना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक विदेशों में बैठे लोग कुरुक्षेत्र पहुंच सकें। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को सफल बनाने के लिए विदेशों में बैठे अप्रवासी भारतीयों को साथ जोड़कर कमेटियों का गठन किया जाना चाहिए। यह चर्चा आस्ट्रेलिया एवं अमेरिका से आए आप्रवासी भारतीय लोगों से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर की। 

 

अप्रवासी भारतीयों से मिलने के उपरांत इसके बारे में जल्द ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से जल्द ही मुलाकात कर इस विषय पर बातचीत करेंगे। विदेशों से आए हुए प्रतिनिधिमंडल मंत्री अनुराग ठाकुर से शिष्टाचार भेंट के दौरान मिला। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे अमेरिका के सफल व्यवसायी नरेंद्र जोशी ने कहा कि वे तथा के साथी पिछले करीब 15 वर्षों से प्रत्येक वर्ष गीता जयंती के अवसर सभी काम छोड़कर कुरुक्षेत्र पहुंचते हैं लेकिन इस बार वह गीता जयंती से पूर्व ही अपने पूज्य पिता जी लक्ष्मी चंद जोशी के आकस्मिक निधन पर कुरुक्षेत्र में थे। अनुराग ठाकुर ने इस मौके जोशी के पिता निधन पर शोक व्यक्त किया। 

 

इसी मौके पर अमेरिका के बोस्टन से आए अप्रवासी भारतीय जसबीर सिंह सैनी ने कहा कि उनकी जन्मस्थली ही कुरुक्षेत्र है। ऐसे में गीता जयंती से विशेष लगाव है लेकिन उन्हें यहां आकर देखने को मिलता है कि विदेशों में बैठे भारतीयों को गीता जयंती से जोड़ने की मात्र औपचारिकता होता है। सैनी ने कहा कि विश्व भर के विभिन्न देशों में बैठे भारतीयों को उचित जानकारी उपलब्ध करने के साथ सही मार्गदर्शन किया जाए तो कुरुक्षेत्र में विदेशों से आने वाले अप्रवासी भारतीयों एवं यात्रियों की संख्या कहीं अधिक हो। उल्लेखनीय की बीते वर्षों में कनेडा, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड सहित कई अन्य देशों से अपनी आस्था एवं भक्ति भाव से विदेशों से लोग गीता जयंती पर कुरुक्षेत्र पहुंचते हैं, तो सरकार की ओर से कोई उचित व्यवस्था एवं सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती है। वाशिंगटन डी. सी. से आए अप्रवासी भारतीय नरेंद्र जोशी  ने कहा कि वह विदेशों से आने वाले लोगों के लिए जरूरी सुविधाओं एवं आवश्यकताओं के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों एवं सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों से आने वाले लोगों के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थली एवं तीर्थस्थली पर एयरपोर्ट, गीता जयंती में विदेशों से आने वाले लोगों को विशेष वाहन एवं परमिट पास के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के होटल, टूरिस्ट गाइड, अंतर्राष्ट्रीय स्तर साहित्य एवं गिफ्ट शॉप मॉल होने चाहिए।   

 

नरेंद्र जोशी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 इस बार कोरोना महामारी के दो साल बाद पूरे रंग में होगा। महोत्सव 19 नवंबर को ब्रह्मसरोवर पर शुरू हो और छह दिसंबर तक चलेगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से चार दिसंबर तक होंगे। चार दिसंबर को दीपदान के साथ मुख्य कार्यक्रमों का समापन होगा।अप्रवासी भारतीयों का प्रतिनिधिमंडल नरेंद्र जोशी के नेतृत्वमे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मिला है।अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को सफल बनांने के लिए विदेशों में बैठे अप्रवासी भारतीयों को साथ जोड़कर कमेटियों का गठन किया जाना चाहिए।

 

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