Edited By Isha, Updated: 17 Nov, 2024 03:17 PM
हरियाणा में नए उपमंडलों (सब डिवीजन) और जिलों की आशा रखने वालों के लिए थोड़ी सी निराशा भरी खबर है। अब नए उपमंडल और जिले नहीं बन सकेंगे, नए साल में दो जनवरी से जनगणना की शुरुआत होने जा रही है। अब गांवों से लेकर उपमंडल, सब तहसील
चंडीगढ़: हरियाणा में नए उपमंडलों (सब डिवीजन) और जिलों की आशा रखने वालों के लिए थोड़ी सी निराशा भरी खबर है। अब नए उपमंडल और जिले नहीं बन सकेंगे, नए साल में दो जनवरी से जनगणना की शुरुआत होने जा रही है। अब गांवों से लेकर उपमंडल, सब तहसील, तहसील जिला किसी की सीमा में कोई भी परिवर्तन नहीं हो सकेगा। इसके लिए नए साल में टीमों को मैदान में उतारने की तैयारी है। इसके लिए जनगणना विभाग की ओर से सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। हरियाणा में निदेशक जनगणना ने भी तैयारी कर ली है।
हरियाणा विधानसभा में पहले सत्र के दौरान नए उपमंडल बनाने के साथ ही नए जिलों की मांग भी लगातार की जा रही है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले भी यह मांग कई जिलों से जोरदार तरीके से उठाई जा रही थी। जहां हांसी के विधायक भ्याना हांसी को जिला बनाने की मांग के साथ में खड़े हैं, वहीं उन्होंने इस बारे में पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर व वर्तमान सीएम से भी चर्चा की। कई कस्बों को उपमंडल बनाए जाने की मांग लगातार उन इलाकों के लोग करने में लगे है। कुल मिलाकर जनगणना अभियान की शुरुआत जनवरी से शुरु होने के कारण अब सारा कुछ फ्रिज होने जा रहा है।
विभिन्न राज्यों में परिसीमन को लेकर भी तैयारी चल रही है। यह भी तय है कि राज्य के अंदर अगले विधानसभा औऱ लोकसभा चुनावों से पहले परिसीमन किया जाएगा। परिसीमन के बाद राज्य के अंदर दस लोकसभा की सीटें बढ़कर 14 तक जा सकती हैं। वहीं राज्य में 90 विधानसभा की सीटें हैं, इन सीटों की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। विस की सीटें 122 से लेकर 126 तक जा सकती हैं।
हरियाणा चंडीगढ़ में जमीन का इंतजाम भी इसलिए करने में जुटा है, ताकि सदस्यों की संख्या बढ़ जाने के कारण बैठने के लिए भी जगह चाहिए, जो वर्तमान हरियाणा की विस में नहीं हैं। इस तरह से नए स्थान पर नया भवन तैयार करने में भी वक्त लगेगा और विधायकों की संख्या 90 से बढ़कर 122 और 126 तक चली जाएगी, जिसके कारण नए भवन में ही इनकी व्यवस्था हो सकेगी।