Edited By Manisha rana, Updated: 25 Dec, 2024 08:09 AM
हरियाणा के चरखी दादरी (Charkhi Dadri) की झोझू निवासी 107 वर्षीय बुजुर्ग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रामबाई का परिवार महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है। उनकी बेटी शर्मिला दिल्ली की सड़कों पर डीटीसी बस (DTC Bus) दौड़ा रही हैं तो वहीं अब उनकी पड़दोहती...
चरखी दादरी : हरियाणा के चरखी दादरी (Charkhi Dadri) की झोझू निवासी 107 वर्षीय बुजुर्ग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रामबाई का परिवार महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा है। उनकी बेटी शर्मिला दिल्ली की सड़कों पर डीटीसी बस (DTC Bus) दौड़ा रही हैं तो वहीं अब उनकी पड़दोहती जेनिथ गहलावत हवाई जहाज उड़ाने लगी हैं। अभी जेनिथ का प्रशिक्षण पूरा होने में 62 घंटे की उड़ान बाकी है। उसके बाद उनकी किसी एयरलाइंस में बतौर पायलट या इंस्ट्रक्टर नियुक्ति हो जाएगी।
जेनिथ की मां खेलों में 200 से अधिक मेडल कर चुकी प्राप्त
जयैनिथ से पहले उनकी मां शर्मिला गहलावत खेलों में 200 से अधिक मेडल प्राप्त कर देश का नाम रोशन कर चुकी हैं। वह दिल्ली में डीटीसी बस चलाती हैं। बेटी की प्रेरणा से 104 वर्ष की उम्र में रामबाई ने खेल के मैदान में कदम रखा और इसके बाद तीन साल के अंदर वह 100 से अधिक पदक प्राप्त कर चुकी हैं। इनमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के पदक भी शामिल हैं।
MBA कर रही जयैनिथ
जेनिथ ने बताया कि बीएससी साइंस की डिग्री उन्होंने राजस्थान की वनस्थली से यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है। वह दूरदर्शी निदेशालय से एमबीए कर रही हैं। साथ ही हवाई जहाज उड़ाने का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। अब तक जेनिथ 138 घंटे हवाई जहाज उड़ाने का अनुभव ले चुकी हैं। 200 घंटे का अनुभव होते ही उनका प्रशिक्षण पूरा हो जाएगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उनके कॅरिअर का भविष्य तय होगा। यह वैकेंसी पर निर्भर है कि वह एयरलाइंस में बतौर पायलट ज्वाइन करेंगी या फिर इंस्ट्रक्टर।
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