Edited By Deepak Kumar, Updated: 03 Sep, 2025 11:55 AM

भिवानी जिले के कलिंगा गांव में भारी बारिश के चलते मकान की दीवार गिरने से अंदर सो रहे एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे के नीचे दब गए। इस हादसे में तीन मासूम बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई।
डेस्कः भिवानी जिले के कलिंगा गांव में मंगलवार रात लगातार भारी बारिश के चलते एक दर्दनाक हादसा हो गया। गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक किराए के मकान की दीवार गिरने से अंदर सो रहे एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे के नीचे दब गए। इस हादसे में तीन मासूम बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
घायलों और मरने वालों की पहचान
घायलों में 47 वर्षीय ओमपाल, उनकी 42 वर्षीय पत्नी अनिता और 5 वर्षीय बेटा ध्रुव शामिल हैं। वहीं, ओमपाल की तीन नाबालिग बेटियां 15 वर्षीय अंशिका, 9 वर्षीय दिशा और 7 वर्षीय भारती की मलबे में दबने से मौत हो गई।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार और ग्राम सचिव
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार जयबीर और ग्राम सचिव अजय मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ओमपाल पिछले चार वर्षों से गांव के बाहरी हिस्से में कृष्ण नामक व्यक्ति के मकान में किराये पर रह रहा था। वह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। उसका खुद का मकान गांव के अंदर स्थित है, लेकिन वह जर्जर हालत में होने के कारण वहां रहना संभव नहीं था। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ओमपाल का नाम मकान निर्माण के लिए स्वीकृत किया गया है, लेकिन उसका निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया था।
पानी जमा होने के कारण हुआ हादसाः ग्रामीण
ग्रामवासियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि गांव में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे चारों ओर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण प्रशासन ने मोटर और ट्रैक्टर की सहायता से पानी निकालने की कोशिश की है।
ओमपाल के चाचा मनबीर, पड़ोसी संदीप फौजी और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि जिस मकान में ओमपाल रह रहा था, उसकी पिछली दीवार के पास काफी मात्रा में पानी जमा हो गया था। दीवार के साथ कोई अन्य मकान न होने के कारण वह अधिक कमजोर हो गई और बारिश के दबाव में ढह गई। सुबह करीब पांच बजे राहगीरों ने जब मकान गिरा हुआ देखा, तो तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला गया और रोहतक मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया।
पीड़ित परिवार ने की आर्थिक सहायता की मांग
ग्रामीणों ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने तथा उनके इलाज का समस्त खर्च सरकार द्वारा उठाए जाने की मांग की है।
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