Edited By Isha, Updated: 13 Feb, 2024 05:03 PM
मएसपी और कर्जमाफी समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच किया है। उधर, दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं को सील कर दिया है। वहीं दूसरे राज्यों से आकर दिल्ली से गुजरने वाली
चंडीगढ़: एमएसपी और कर्जमाफी समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच किया है। उधर, दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं को सील कर दिया है। वहीं दूसरे राज्यों से आकर दिल्ली से गुजरने वाली ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है।
कृषि कानूनो को विरोध में शुरू हुए इस आंदोलन का नेतृत्व करने वाले राकेश टिकैट इस बार शुरू हुए किसानों के आंदोलन का नेतृत्व नहीं कर रहे हैं। इस बार दो नए चेहरे इस आंदोलन को लीड कर रहे हैं। इसमें एक नाम पंजाब किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का है, जिनके नेतृत्व में पंजाब से हजारों किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं, वहीं दूसरा नाम जगजीत सिंह डल्लेवाल का है जो इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं।
सरवन सिंह पंढेर पंजाब के अमृतसर जिले के गांव पंधेर के रहने वाले हैं। वह दसवीं तक पढ़े हैं। उनकी उम्र 45 साल है। वो हमेशा से किसान हितों के लिए बढ़चढ कर बोलते हैं। वो अकाली दल के नेता विक्रम मजीठिया के करीबी माने जाते हैं। पंधेर छात्र जीवन से ही आंदोलनों में शामिल रहे हैं। पंढेर के पास करीब सवा दो एकड़ जमीन है। इस समय पंढेर माझा के किसान संगठन किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव हैं। साल 2020 में हुए किसान आंदोलन के दौरान पंढेर पर दिल्ली में हिंसा भड़काने का आरोप भी लगा था।
जगजीत सिंह डल्लेवाल पहले संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा रहे हैं। बाद में उन्होंने बलबीर सिंह राजेवाल के साथ मिलकर चार अलग संगठन बना लिए। जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में कृषि संगठन बीकेयू (एकता सिद्धूपुर) ने छोटे समूहों को साथ लिया और एक समानांतर संगठन एसकेएम (गैर-राजनीतिक) का गठन किया। इसमें हरियाणा, राजस्थान, एमपी के किसान समूह भी शामिल हैं।