Edited By Yakeen Kumar, Updated: 02 Jul, 2025 06:00 PM

हिसार के बालसमंद के बेटी ने महज 24 साल की उम्र में अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर बनीं है। कंपनी ने सिमरन को 55 लाख रुपए का सालाना पैकेज दिया है। सिमरन के पिता गली-गली जाकर कबाड़ी का काम करते हैं।
हिसार : हिसार के बालसमंद के बेटी ने महज 24 साल की उम्र में अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर बनीं है। कंपनी ने सिमरन को 55 लाख रुपए का सालाना पैकेज दिया है। सिमरन के पिता गली-गली जाकर कबाड़ी का काम करते हैं। बेटी की इस उपलब्धी पर पूरे परिवार में खुशी की लहर है।
परिजनों ने बताया कि सिमरन बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी थी। महज 17 साल की उम्र में उसने अपने पहले ही अटेम्प में JEE की परीक्षा पास की थी। इसके बाद हिमाचल प्रदेश के IIT मंडी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स में एडमिशन लिया। लेकिन सिमरन की रूचि IT (Information Technology) में थी। इसलिए उसने एडिशनल कंप्यूटर साइंस की भी पढ़ाई की। उन्होनें बताया कि कैंपस के दौरान ही सिमरन का माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में इंटर्नशिप के लिए सिलेक्शन हो गया। सिमरन की 30 जून से जॉइनिंग हो चुकी है।
बेटी की मेहनत ने खुश कर दिया- राजेश कुमार
सिमरन के पिता राजेश कुमार ने बताया कि मैं कबाड़ खरीदने का काम करता हूं। गली-गली जाकर कबाड़ खरीदकर उनके बदले में बर्तन बेचता हूं। बेटी की कठिन मेहनत ने पूरे परिवार को खुश कर दिया। उन्होनें बताया कि उसके चार बच्चे हैं, जिनमें सिमरन सबसे बड़ी है।
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