Edited By Manisha rana, Updated: 13 Dec, 2025 10:17 AM

हरियाणा के वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी वाई. पूरन कुमार आत्महत्या के मामले में जांच तेज हो गई है। फाइनल नोट में दर्ज नामों के आधार पर एस.आई.टी. अब सभी अधिकारियों के बयान तेजी से दर्ज कर रही है।
चंडीगढ़ : हरियाणा के वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी वाई. पूरन कुमार आत्महत्या के मामले में जांच तेज हो गई है। फाइनल नोट में दर्ज नामों के आधार पर एस.आई.टी. अब सभी अधिकारियों के बयान तेजी से दर्ज कर रही है। शुक्रवार को आई.पी.एस. संजय कुमार और आई.पी.एस. अमिताभ ढिल्लों पुलिस मुख्यालय पहुंचे जहां एस.आई.टी. ने उनके बयान लिए।
इससे पहले भी एस.आई.टी. कई वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है। फाइनल नोट में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी का नाम भी शामिल है। एस.आई.टी. ने सचिवालय जाकर उनसे मुलाकात की और दस्तावेजों के आधार पर कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे। इस घटना को 2 महीने से अधिक समय बीत चुका है लेकिन एस.आई.टी. अभी तक अदालत में चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई है।
सोमवार को एस.आई.टी. ने कोर्ट में पेश होकर देरी के कारणों का विस्तृत ब्यौरा दिया था। अब तक 40 लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें विभागीय कर्मचारी, तकनीकी स्टाफ और स्वतंत्र गवाह शामिल हैं। कोर्ट में जानकारी देने के बाद एस.आई.टी. ने जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। टीम के कुछ सदस्य रोहतक और चंडीगढ़ में रहकर मामले की जांच को आगे बढ़ा रहे हैं। एस.आई.टी. जल्द ही दोबारा अदालत में पेश होकर जांच की प्रगति रिपोर्ट सौंपेगी।
फाइनल नोट में थे 15 अधिकारियों के नाम
7 अक्तूबर की सुबह चंडीगढ़ के सैक्टर-11 स्थित आवास में वाई. पूरन कुमार ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। मौके से बरामद फाइनल नोट में उन्होंने अपनी मौत के लिए कई वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया था। फाइनल नोट में 15 अधिकारियों के नाम दर्ज थे जिन पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए थे। एस. आई.टी. ने सभी को नोटिस जारी कर तलब किया है और लगातार बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
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