Edited By Isha, Updated: 05 Oct, 2024 05:03 PM
हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी होने में कुछ ही समय शेष बचा है। ऐसे में जहां चुनावी घोषणा के बाद से ही हर प्रत्याशी ने अपने पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करने के लिए चुनाव प्रचार को पूरी धार दे रखी थी।
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी होने में कुछ ही समय शेष बचा है। ऐसे में जहां चुनावी घोषणा के बाद से ही हर प्रत्याशी ने अपने पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करने के लिए चुनाव प्रचार को पूरी धार दे रखी थी।
वहीं, हरियाणा में संपन्न हुए मतदान में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत कईं ऐसे दिग्गज है, जो खुद अपने लिए वोट नहीं डाल पाए। केवल दिग्गज ही नहीं, बल्कि उनके परिवार के सदस्य भी उनके लिए मतदान नहीं कर पाए। इन सबकों किसी दूसरे प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करना पड़ा। आखिर ऐसा कैसे हुआ, चलिए बताते हैं।
दअरसल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में है, लेकिन उनकी वोट लाडवा की बजाए नारायणगढ़ विधानसभा में है। ऐसे में उन्होंने परिवार समेत नारायणगढ़ विधानसभा में वोट की, जिसके चलते वह खुद के लिए वोट नहीं डाल पाए। इसी प्रकार अटेली से चुनावी मैदान में उतरी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव की वोट बावल में है, जिसके चलते वह भी खुद के लिए मतदान नहीं कर पाई।
ऐलनाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ रहे अभय चौटाला की खुद की वोट डबवाली विधानसभा में है, जबकि रानिया से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे उनके चाचा और हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला की वोट सिरसा में है।
इसी प्रकार से पहलवानी के अखाड़े से राजनीतिक अखाड़े में उतरी विनेश फौगाट की वोट दादरी इलाके में है, जबकि वह जुलाना विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। इसी प्रकार से कईं अन्य दिग्गज भी है, जो अपने खुद के लिए मतदान नहीं कर पाए। इनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का नाम भी शामिल है।