Edited By Mohammad Kumail, Updated: 16 Aug, 2023 05:58 PM
बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसान लगातार धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले 110 दिनों से धरना जारी है। गांव नारायणखेड़ा में जलघर की डिग्गी पर भी चार किसान चढ़े हुए हैं। आमरण अनशन भी किया गया...
सिरसा (सतनाम सिंह) : बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसान लगातार धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले 110 दिनों से धरना जारी है। गांव नारायणखेड़ा में जलघर की डिग्गी पर भी चार किसान चढ़े हुए हैं। आमरण अनशन भी किया गया। आज से किसानों ने नेशनल हाईवे पर भावदीन टोल प्लाजा को जाम कर दिया। सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को नेशनल हाईवे पर खड़ा कर दिया और वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी। इसके बाद उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने भी आज पत्रकार वार्ता की। उपायुक्त ने प्रदर्शनकारी किसानों को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही किसानों के खातों में बीमा क्लेम की राशि आना शुरू हो जाएगी, इसलिए वे संयम रखें। उपायुक्त ने कहा कि दिल्ली के बीमा कंपनी के अधिकारियों से लगातार बातचीत जारी है। इसके सकारात्मक नतीजे भी मिलेंगे। इसलिए किसान रोड जाम जैसे कदम न उठाएं।
गौरतलब है कि सिरसा में किसानों का करीब 650 करोड़ रूपये का बीमा क्लेम बकाया है। किसानों का कहना है कि सरकार व बीमा कंपनियां एक कंप्यूटर पर क्लिक से बीमा प्रीमियम की राशि तो काट लेती है लेकिन जब फसलें खराब होती हैं तो क्लेम लेने के लिए किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ता है। दो-दो तीन-तीन साल तक बीमा क्लेम नहीं मिलता। अब लगातार धरने प्रदर्शन के बाद कुछ गांवों के किसानों को बीमा क्लेम मिलना शुरू हुआ है। यह नाकाफी है। जिले के जितने गांवों में प्राकृतिक आपदा से फसलों का खराबा हुआ, उन सभी गांव के किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए। अन्यथा धरने-प्रदर्शन यूं ही जारी रहेंगे।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने भावदीन के निकट रोड जाम कर रहे किसानों से अपील की है कि शीघ्र ही बीमा क्लेम की राशि उनके खातों में आ जाएगी। इसको लेकर बीमा कंपनी के अधिकारियों से वार्ता जारी है। इसलिए किसान जल्दबाजी करने की बजाए संयम रखें। शीघ्र ही सकारात्मक परिणाम आएंगे और जिले के जितने भी किसानों का क्लेम बाकी है, सभी को जारी होगा।
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