Edited By Naveen Dalal, Updated: 31 May, 2019 05:22 PM
उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए है। सुबह होते ही पारा चढ़ने...
अंबाला (अमन कपूर): उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए है। सुबह होते ही पारा चढ़ने से सूरज की तपिश बढ़ जाती है। जिसके चलते लोग दोहपर में गर्मी से बचने के लिए मुंह और सिर कपड़े से लपेट कर अपना बचाव कर रहे है। वहीं गर्मी से बचाव के लिए लोगों को गन्ने का रस, शिकंजी और अन्य पेयजल का सहारा ले रहे है।
दरअसल ज्येष्ठ महीना भीषण गर्मी से तपता माना जाता है और इस दिनों के दौरान तापमान में तीसरे आसमान पर रहता है। जिसके चलते लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। लेकिन पिछले कई वर्षों से अंबाला जिला शिवालिक की पहाड़ियां पास होने की वजह से बरसात के कारण तपिश से राहत वाला रहा है। वहीं इस बार पारा चढ़ा हुआ है। भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग को मुहं को ढांप कर और छतरी का सहारा लेकर अपने काम निपटाने पर मजबूर है।
इसी कड़ी में भीषण गर्मी में अपना व बच्चों का पेट पालने के लिए अम्बाला की एकमात्र ई-रिक्शा महिला चालक को भी चिलचिलाती धूप में मेहनत मजदूरी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उसका कहना है कि चाहे गर्मी हो या बरसात उन्हें तो मजदूरी करने पर ही दो जून की रोटी मिलेगी। सदर बाजार चिलचिलाती धूप में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा बल को भी गर्मी से राहत के लिए मुंह ढांपने के अलावा कोई सहारा नहीं है।