Edited By Saurabh Pal, Updated: 01 Jan, 2024 09:12 PM
नव वर्ष के पहले दिन हरियाणा में हुए आईएएस अधिकारियों के तबादले बेशक बेहद चौंकाने वाले हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री की इच्छा अनुसार कई महत्वपूर्ण विभागों को एकाएक बदलने का बड़ा फैसला लिया गया है।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): नव वर्ष के पहले दिन हरियाणा में हुए आईएएस अधिकारियों के तबादले बेशक बेहद चौंकाने वाले हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री की इच्छा अनुसार कई महत्वपूर्ण विभागों को एकाएक बदलने का बड़ा फैसला लिया गया है। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक (डीजीआईपीआर) के रूप में फुल फ्लैश कमान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनदीप सिंह बराड़ को सौंप दी गई है। बेहद सुलझे हुए योग्य अधिकारियों की श्रेणी में शुमार यह आई ए एस अधिकारी हर मौके पर अपनी क्षमता को प्रमाणित कर चुके हैं। बराड़ अतीत में कई जिलों की कमान भी संभाल चुके हैं। लंबे समय से मुख्यमंत्री के बेहद नजदीक अधिकारियों में बराड़ की गिनती होती है। उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्य करने का भी लंबा अनुभव प्राप्त है तथा उनके प्रति नियुक्ति चंडीगढ़ जिलाधीश के रूप में भी रह चुकी है।
2019 के चुनावों से ठीक पहले भी लिया था यही फैसला
दरअसल माना जा रहा है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव तथा ठीक उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते कई बड़े फैसले मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए हैं, यह तबादा भी उनका एक हिस्सा है। मुख्यमंत्री द्वारा इसी रणनीति के तहत किए गए इन तबादलों की चर्चाएं चल रही है। क्योंकि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के ठीक लगभग 9- 10 महीने पहले भी इसी प्रकार के ही तबादले किए गए थे। उस दौरान इस विभाग का पूरा जिम्मा तत्कालीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारी समीर पाल सरो को सोपा गया था। चुनावी वर्ष होने के कारण ही इस बार फिर से फुल फ्लैश इस विभाग को दिए जाने की तरफ कदम बढ़ाए गए हैं। इसमें विशेष बात यह है कि मुख्यमंत्री के मौजूदा मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर उस दौरान प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे तथा मुख्यमंत्री की इच्छा अनुसार उनके पास लोक संपर्क विभाग की भी जिम्मेदारी थी। लेकिन खुल्लर की दूरगामी सोच के कारण डायरेक्टर जनरल के पद पर स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए समीर पाल सरो की नियुक्ति की गई थी। इसलिए इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि यह फैसला भी चुनावों की नजदीकियों के चलते लिया गया है। हालांकि सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक की जिम्मेदारी डॉ अमित अग्रवाल को थी और बेहद बेहतरीन और कार्य कुशलता से वह इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे थे, लेकिन अब बराड़ को जिम्मेदारी मिलने के बाद ऐसी आशा अवश्य मानी जा सकती है कि इस कार्य में संभावित रूप से ओर गति दिए जाने पर काम होगा।
कई जिलों में रह चुके हैं उपायुक्त
मंदीप बराड़ कई जिलों में उपायुक्त के तौर पर कार्य कर चुके हैं। प्रशासनिक सेवा में एक लंबे अनुभव वाले बराड़ मंजे हुए इमानदार अधिकारी माने जाते हैं। मुख्यमंत्री के बेहद नजदीकी और विश्वसनीय अधिकारियों में बराड़ का नाम आता है। बेहद मिलनसार और मधुभाषी बराड़ पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान और मनोविज्ञान में कला स्नातक की डिग्री के साथ कानून स्नातक हैं। उनके पास स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबी उन्मूलन, सामाजिक कल्याण और समाज के वंचित समूहों के सशक्तिकरण, ढांचागत विकास, महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सार्वजनिक समस्याओं से निपटने का प्रशासनिक अनुभव है। ग्रामीण विकास और शहरी शासन के बड़े अनुभव वाले बराड़ कई जिलों के उपायुक्त (जिला प्रशासनिक प्रमुख) होने के अलावा उनके पास हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री के साथ काम करने सहित कई राज्य नीति प्रशासन कार्यों को संभालना शामिल है। मंदीप राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक कल्याण के लिए नीति डिजाइन और बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से जुड़े पदों पर भविष्य के कार्यों के लिए अपने कौशल को उन्नत करने के लिए तत्पर हैं।
धर्मपत्नी भी है वरिष्ठ आईएएस अधिकारी
बता दें कि मनदीप सिंह बराड़ की धर्मपत्नी आशिमा बराड़ भी बेहद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। जिन्हें भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री द्वारा सोपी गई है। वह फिलहाल एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी टू सीएम है। उनके पास भी कई महत्वपूर्ण विभागों के नेतृत्व का अनुभव प्राप्त है। उनकी गिनती भी बेहद सुलझे हुए अधिकारियों में आती है। शहरी संपदा के महानिदेशक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ वह चिकित्सा, शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। बेहद ईमानदार और अनुशासन प्रिय आशिमा बराड़ भी मुख्यमंत्री के बेहद नजदीक अधिकारियों में से एक हैं।
आईएएस अधिकारी 2005 कैडर मंदीप बराड़ इससे पूर्व हरियाणा के कई जिलों के उपयुक्त रह चुके हैं! जिसमें यमुनानगर व कुरुक्षेत्र सहित प्रदेश के कई जिलों में प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं! इसके अलावा केंद्र प्रशासित राज्य चंडीगढ़ के उपयुक्त भी रहे हैं! वहीं उनकी धर्मपत्नी आशिमा बराड भी एक आईएएस अधिकारी हैं जो कि मुख्यमंत्री कार्यालय में उप प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं! एक बार फिर से उनकी नियुक्ति अतिरिक्त प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में एक दिन पहले ही हुई है !इससे पूर्व मंदीप बराड़ भी उप प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दे चुके हैं !इसके अलावा इनके पिता जेएस बराड माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस रह चुके हैं !इन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की वही चंडीगढ़ और इंडिया से स्नातक सामाजिक विज्ञान राजनीतिक व मनोविज्ञान की शिक्षा प्राप्त की है।
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