Edited By Shivam, Updated: 06 Apr, 2018 07:44 PM

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने जीरो टोरलेंस पर चलते हुए शुक्रवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग( एचएसएससी) के कुछ कर्मचारियों और उनके ब्रोकर्स का भंडाफोड़ किया था जो धन लेकर नौकरी देने वाला रैकेट चलाते हैं। देखा जाये तो सरकार की ओर से यह...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने जीरो टोरलेंस पर चलते हुए शुक्रवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग( एचएसएससी) के कुछ कर्मचारियों और उनके ब्रोकर्स का भंडाफोड़ किया था जो धन लेकर नौकरी देने वाला रैकेट चलाते हैं। देखा जाये तो सरकार की ओर से यह एक अच्छा कदम है, लेकिन विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर राजनितिक अमलीजामा पहनाते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता व विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एचएसएससी कार्यालय में नौकरियों के गोल-माल में मनोहर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सीएम के मनोनीत कर्मचारी ने प्रदेश के बेरोजगारों को नौकरी बेची हैं।
कैथल से विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को चंडीगढ़ में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर मनोहर सरकार पर भर्तियों को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं के भविष्य से सरकार ने खिलवाड़ किया है, इस समय कर्मचारी चयन आयोग नौकरी बेचने का अड्डा बन चुका है। यहां पर खुलेआम नोकरियां बेची जा रही हैं, खट्टर सरकार नोकरियों के दलालों को बचाने में लगी है।
सुरजेवाला ने कहा कि इस घोटाले में कर्मचारी आयोग के चेयरमैन और सदस्य भी शामिल हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए रणदीप ने कहा कि इस नोकरी घोटाले को एक साल तक रोकने की कोशिश क्यों नहीं की आखिर 9 महीने तक मुख्यमंत्री ने क्यों चुप्पी साधे रखी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए सिर्फ छोटे कर्मचारियों पर केस दर्ज कर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। इस विषय पर हाइकोर्ट के दो सिटींग जजों से जांच करवाई जानी चाहिए। कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन और सदस्यों को तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। चेयरमैन और सदस्यों के नाम भी पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में शामिल किए जाए।