Edited By Isha, Updated: 11 Jun, 2019 03:40 PM
गोहाना नगर परिषद में हुई हॉउस की मीटिंग एक बार फिर हंगामे दार रही। मीटिंग के दौरान पार्षदों ने चेयरपर्सन व् अधिकारियो पर भेद भाव के आरोप लगाते हुए कहा की उनकी सहमति से उनके वार्डो में काम नहीं हो रहा है। आज
सोनीपत (सुनील जिंदल)- गोहाना नगर परिषद में हुई हॉउस की मीटिंग एक बार फिर हंगामे दार रही। मीटिंग के दौरान पार्षदों ने चेयरपर्सन व् अधिकारियो पर भेद भाव के आरोप लगाते हुए कहा की उनकी सहमति से उनके वार्डो में काम नहीं हो रहा है। आज गोहाना में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है उनके गिड़गिड़ाने पर उनके काम होते है लेकिन उनकी कोई वेल्यू नहीं इतना ही नहीं पार्षदों ने मीटिंग के दौरान कहा नहीं। गोहाना में विकास के नाम पर लाखो करोडो का घोटाला हो रहा है जिस के चलते गोहाना में विकास काम के दौरान आये सामान का हिसाब मांगा और कहा की जब भी नगर परिषद में कोई भी सामान ख़रीदा या बेचा जाए उस दौरान सभी पार्षदों की सहमति के किया जाये और उन्हें भी कमेटी में शामिल किया जाये ।
पार्षद अंजू कालरा ने चेयरमैन से पूछा कि करीब तीन माह पहले हाउस की मीटिंग में पारदर्शिता लाने के लिए परचेज कमेटी बनाई थी। यह कमेटी हाउस में बनाई गई थी। पहले भी हाउस में खरीदे गए सामान को लेकर सवाल पूछे गए, लेकिन पार्षद को बैठा दिया गया। उन्होंने कहा कि जब कमेटी बनाई है तो फिर सामान खरीदते समय कमेटी के सदस्यों को पूछा क्यों नहीं जाता, इससे स्पष्ट है कि कार्य में पारदर्शिता से नहीं बल्कि चेयरपर्सन और अधिकारी अपनी मनमर्जी से कार्य करा रहे हैं।
जब पारदर्शिता से कार्य करना ही नहीं था तो फिर कमेटी ही क्यों बनाई वहीं पार्षद जगबीर पांचाल ने भी कहा कि पिछली मीटिंगों में भ्रष्टाचार को लेकर कई बार सवाल किए, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में भेदभाव बरता जा रहा है। ठेकेदार को कार्य अलॉट करने के बाद भी कार्य शुरू नहीं कराया जाता। पार्षदों को मांग के अनुसार लाइटें नहीं मिल रही। लोगों की सुविधा के लिए टायलेट लगवाने की मांग की जाती है, लेकिन उस पर आपत्तियां लगा दी जाती हैं पार्षद विजेंद्र भनवाला ने सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वार्ड में नियमित रूप से सफाई नहीं होती।