Edited By vinod kumar, Updated: 02 Jan, 2020 04:29 PM
गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विवाद पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विवाद की खबरें लगातार अखबारों में आ रही हैं इससे सरकार चलाने में बाधा आती है, यह उनका अंदरूनी मामला है, लेकिन इस तरह की...
दिल्ली(कमल कांसल): गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विवाद पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विवाद की खबरें लगातार अखबारों में आ रही हैं, इससे सरकार चलाने में बाधा आती है। उन्हाेंने कहा कि यह उनका अंदरूनी मामला है, लेकिन इस तरह की बातें पब्लिक में नहीं आनी चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि गठबंधन की इस सरकार में विचारों की कोई समानता नहीं है। इस सरकार ने अब तक अपना काम तक शुरू नहीं किया है, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का अता पता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी दिशा नहीं दिखाई है, गरीब किसान हर वर्ग प्रदेश में परेशान है। इन सब कारणों के चलते जो प्रदेश नंबर वन हुआ करता था, वह आज प्रति व्यक्ति आय और निवेश में पंजाब से भी पीछे होते हुए 18 नंबर पर है। इस सरकार में अता पता ही नहीं किसकी चल रही है, नंबर वन नंबर दो बात बाद में आती है।
वहीं फोन टैपिंग की लिस्ट मांगे जाने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसके फोन टेप हो रहे हैं] इसके बारे में गृहमंत्री को तो जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गृह सचिव के आदेश पर फोन टेप होते हैं, अगर गृहमंत्री को नहीं पता है तो दाल में कु छ काला है। फोन टेपिंग मामले में अगर गृह मंत्री को भी संदेह है तो विपक्ष कैसे संदेह से बाहर हो सकता है।
इसके साथ ही हुड्डा ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के बिजली बिल ना भरने पर बच्चों को पेपर ना देने वाले विषय पर निशान सााधा है। उन्होंने कहा कि इस तरह का कानून जनहित में नहीं होता, अगर बाप बिल नहीं भरे तो इसमें बच्चों का क्या कसूर।