Edited By Isha, Updated: 19 Dec, 2025 11:13 AM

हरियाणा में पुलिस नेतृत्व को लेकर लंबे समय से चल रही असमंजस की स्थिति अब खत्म होने की ओर है। राज्य सरकार ने नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करते हुए वरिष्ठ
डेस्क: हरियाणा में पुलिस नेतृत्व को लेकर लंबे समय से चल रही असमंजस की स्थिति अब खत्म होने की ओर है। राज्य सरकार ने नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को भेज दिया है। इससे लगभग तय माना जा रहा है कि 1 जनवरी से हरियाणा पुलिस को स्थायी डीजीपी मिल जाएगा।
सरकार द्वारा यूपीएससी को भेजे गए पैनल में पांच वरिष्ठ डीजीपी रैंक के अधिकारियों के नाम शामिल हैं। इनमें पूर्व डीजीपी शत्रुजीत कपूर, एसके जैन, आलोक मित्तल, अजय सिंघल और एएस चावला के नाम शामिल हैं। अब यूपीएससी इस पैनल पर विचार कर तीन नामों का चयन करेगी, जिनमें से राज्य सरकार एक अधिकारी को पुलिस महानिदेशक नियुक्त करेगी।
पैनल में सबसे चर्चित नाम पूर्व डीजीपी शत्रुजीत कपूर का है। हाल ही में आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार आत्महत्या प्रकरण के बाद उन्हें पहले अवकाश पर भेजा गया और बाद में डीजीपी पद से कार्यमुक्त किया गया था। इसके बावजूद उनका नाम पैनल में शामिल होना प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह दूसरी बार है जब हरियाणा सरकार ने डीजीपी पद के लिए पैनल यूपीएससी को भेजा है। पहले भेजा गया पैनल लौटने के बाद शत्रुजीत कपूर को विधिवत कार्यमुक्त किया गया और फिर नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू की गई। सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, डीजीपी चयन के लिए लेवल-16 में आने वाले सभी अधिकारी पैनल में शामिल किए जाते हैं।
ओपी सिंह का कार्यकाल अंतिम चरण में
वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। यूपीएससी द्वारा पैनल पर विचार करने और तीन नामों की सिफारिश राज्य सरकार को भेजने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। इसके साथ ही नए साल की शुरुआत में हरियाणा पुलिस के नेतृत्व में स्थायी बदलाव देखने को मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार, अगले सप्ताह यूपीएससी इस पैनल पर बैठक बुला सकता है, जिसमें हरियाणा के मुख्य सचिव और गृह सचिव भी शामिल होंगे।