Edited By Yakeen Kumar, Updated: 18 Dec, 2025 08:34 PM

हरियाणा के एक गांव में बड़े गबन का मामला सामने आया है। जिसमें सरपंच, जेई समेत 15 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
नूंह (अनिल मोहनिया) : नूंह जिले के पुन्हाना उपमंडल में एक बड़े गबन का मामला सामने आया है। दरअसल गांव तुसैनी में रेनिवेल परियोजना के तहत बने वाटर टैंक को फर्जी तरीके से कर्मचारियों को दिखाकर सरकारी धन के गबन के आरोप में कोर्ट के आदेश पर सदर थाना पुन्हाना पुलिस ने सरपंच, जेई समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों में सरपंच आरिफा, जूनियर इंजीनियर (जेई) मुफीद भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण साबिर ने 8 मार्च 2022 को अदालत में अर्जी दाखिल की थी। जिसमें उसने आरोप लगाया कि वर्ष 2009 में बने वाटर टैंक को कभी चालू नहीं किया गया, लेकिन सरपंच आरिफा, उसके पति हाजर खां और जेई मुफीद ने मिलीभगत से फर्जी कर्मचारियों को पंप ऑपरेटर के रूप में दिखाया। इन्होनें जनवरी 2016 से जनवरी 2019 तक वेतन लिया और आपस में बांट लिया।
इन पर गंभीर आरोप
उन्होनें बताया कि आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार हाजरखां, तालिम, अखलाक, आजम, नंद किशोर, इल्यास, साबिर पुत्र आस मोहम्मद, अलीशेर समेत 8 लोगों को फर्जी तौर पर कर्मचारी दिखाया गया। शिकायत में आरोप लगाया गया कि रामप्रसाद, सुहेल, महेंद्र, असफाक और मोहम्मद इकबाल ने भी सरकारी धन का दुरुपयोग किया।
गलत तरीके से पैसे भेजने का आरोप
पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता साबिर ने जन स्वास्थ्य विभाग और ब्लॉक विकास अधिकारी से आरटीआई के जरिए बैंक स्टेटमेंट और कर्मचारी डिटेल मांगी। जिसमें पुन्हाना नगर पालिका के खाते में गलत तरीके से राशि ट्रांसफर करने का खुलासा हुआ।
फर्जी ऑपरेटर दिखाए
आरोप है कि गांव में केवल एक वाटर टैंक होने के बावजूद कई फर्जी ऑपरेटर दिखाए गए। साबिर ने उपमंडल अभियंता, सीएम विंडो और एसडीओ को शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया।
पुन्हाना की अदालत के आदेश पर पुलिस ने 16 दिसंबर को सरपंच, जेई समेत 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी की तलाश तेज करती है।
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