Edited By Isha, Updated: 13 Dec, 2025 12:11 PM

हरियाणा के पुलिस प्रशासन में जल्द ही बड़ा फेरबदल हो सकता है। राज्य के डीजीपी व एडीजीपी रैंक के अधिकारियों समेत कई आइपीएस और एचपीएस अधिकारियों के तबादलों की सूची किसी भी समय आ सकती है
डेस्क: हरियाणा के पुलिस प्रशासन में जल्द ही बड़ा फेरबदल हो सकता है। राज्य के डीजीपी व एडीजीपी रैंक के अधिकारियों समेत कई आइपीएस और एचपीएस अधिकारियों के तबादलों की सूची किसी भी समय आ सकती है। प्रशासनिक अधिकारियों की निगाह इस बात पर टिकी है कि आइपीएस अधिकारियों की तबादला सूची में अवकाश पर चल रहे पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर का नाम होगा अथवा नहीं।शत्रुजीत कपूर के पास यदि पुलिस महानिदेशक का दायित्व बरकरार नहीं रखा जाता तो उस स्थिति में उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अथवा पुलिस आवास निगम में जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक के रूप में शत्रुजीत कपूर राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध टालरेंस की नीति को प्रभावी ढंग से लागू कर चुके हैं।
आइपीएस वाई पूरन कुमार द्वारा आत्महत्या करने के मामले में राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव के चलते शत्रुजीत कपूर दो माह के अवकाश पर चले गए थे। उनके स्थान पर डीजीपी रैंक के आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। शत्रुजीत कपूर की अवकाश अवधि 14 दिसंबर को पूरी हो रही है। राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारों में चर्चा है कि उनके अवकाश से लौटने के बाद तकनीकी रूप से पहले पुलिस महानिदेशक के पद का दायित्व संभालेंगे।
सरकार ने यदि उन्हें इस जिम्मेदारी से अलग नहीं किया तो वे पुलिस महानिदेशक के रूप में अपनी सेवाएं देते रहेंगे। यदि सरकार ने उन्हे किसी दूसरे पद पर स्थानांतरित कर दिया तो ओपी सिंह को 31 दिसंबर तक कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के पद पर जारी रखा जा सकता है। ओपी सिंह की रिटायरमेंट 31 दिसंबर को है। सूत्रों का कहना है कि उनकी एक्सटेंशन पर कोई फैसला नहीं हो सकता, इसलिए उनकी रिटायरमेंट तय है। लेकिन चर्चा इस बात की भी है कि ओपी सिंह को उनकी रिटायरमेंट के बाद कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।