Edited By Shivam, Updated: 07 Nov, 2020 11:37 PM
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस करने की चाह रखने वाले छात्रों को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, सरकार ने मेडिकल की फीस बढ़ाने का मसौदा तैयार कर लिया है। इसके तहत फीस 53 हजार रुपये सालाना से 10 लाख रुपये की जा सकती है। यह फीस...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस करने की चाह रखने वाले छात्रों को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, सरकार ने मेडिकल की फीस बढ़ाने का मसौदा तैयार कर लिया है। इसके तहत फीस 53 हजार रुपये सालाना से 10 लाख रुपये की जा सकती है। यह फीस निजी मेडिकल कॉलेजों के लगभग बराबर होगी। अगर अन्य पड़ोसी राज्यों की फीस देखी जाए तो वर्तमान में पंजाब में 1.5 लाख, हिमाचल में 60 हजार और चंडीगढ़ में 25 हजार रुपये सालाना फीस है। हरियाणा से एमबीबीएस और एमडी के लिए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित की गई फीस का ब्योरा जारी किया है।
हाल ही में नीट का रिजल्ट निकला है, जिसके लिए हरियाणा में अभी काउंसलिंग शुरू नहीं हुई है। तर्क है कि दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को लोन दिलवाने में सरकार मदद करेगी। बाद में लोन की किस्तें भावी चिकित्सक अपने वेतन से दे सकेंगे।
सरकार यह चाह रही थी कि वर्तमान में जो विद्यार्थी एमबीबीएस कर रहे हैं, उनके ऊपर भी बांड वाली यह शर्त लागू की जाए, लेकिन ऐसा संभव नहीं था। इस मामले में कानूनी राय भी ली गई लेकिन फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है। बढ़ी हुई फीस इसी वर्ष से लागू होगी तो काउंसलिंग के समय सरकार को इस संबंध में अधिसूचना जारी करनी होगी। इसमें यह बताना होगा कि फीस बढ़ाकर 53 हजार से 10 लाख रुपये कर दी गई है। ऐसे में देश भर से नीट उत्तीर्ण विद्यार्थियों की काउंसलिंग पर नजर है।
आपको बता दें कि हरियाणा के निजी मेडिकल कॉलेजों में वर्तमान में 15 से 18 लाख रुपये तक सालाना फीस है, जबकि सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 53 हजार रुपये सालाना है। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में फीस दो लाख है, क्योंकि यहां पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों की अपेक्षा सुविधाएं भी अधिक हैं।