Edited By Yakeen Kumar, Updated: 17 Nov, 2024 06:51 PM
लगातार तीन बार जीत हासिल करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष बने घरोंडा से बीजेपी विधायक हरविंद्र कल्याण ने पहले ही सत्र में अपनी सोशल इंजीनयरिंग का जलवा दिखा दिया। हरियाणा की 15वीं विधानसभा के पहले सत्र को जहां देर रात तक चलाया गया..
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : लगातार तीन बार जीत हासिल करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष बने घरोंडा से बीजेपी विधायक हरविंद्र कल्याण ने पहले ही सत्र में अपनी सोशल इंजीनयरिंग का जलवा दिखा दिया। हरियाणा की 15वीं विधानसभा के पहले सत्र को जहां देर रात तक चलाया गया। वहीं, उन्होंने विधायकों की मांग पर सत्र की अवधि को भी बिना किसी हिचकिचाहट के बढ़ाने का ऐलान कर दिया। इतना ही नहीं सत्ता और विपक्ष दोनों को हरविंद्र कल्याण ने एक नजर से देखा और सबको बराबर बोलने का मौका भी दिया। इतना ही नहीं, सत्र के दौरान कई बार तो कल्याण बीजेपी के मंत्रियों और विधायकों को भी चुप कराकर बैठने के निर्देश देते नजर आए।
पहली बार चला इतना लंबा सत्र
हरियाणा में गठन के बाद शायद यह पहला मौका था, जब विधानसभा का सत्र देर रात तक चला। 14 नवंबर को विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही रात 8 बजकर 40 मिनट तक जारी रही। विधानसभा से जुड़े सूत्रों की माने तो हरियाणा के इतिहास में यह अब तक का सबसे लंबा सत्र था। इससे पहले कभी भी इतनी अधिक देर तक कोई भी सत्र नहीं चला।
विधायकों की मांग को किया पूरा
हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र की कार्यवाही तीन दिन (13, 14 और 18 नवंबर) तक के लिए रखी गई थी, लेकिन विधानसभा में विपक्ष की ओर से इसे कम समय बताने पर विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने सत्र की अवधि एक दिन और बढ़ाकर सत्र को 19 नवंबर तक चलने की घोषणा कर दी। इतना ही नहीं विपक्षी विधायकों और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से 18 नवंबर को होने वाले सत्र का समय दोपहर 2 बजे से शुरू करने की मांग की गई। इसे भी विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने सहजता से स्वीकार कर लिया। विधायकों का कहना था कि अनेक विधायक दूर-दराज से आते हैं। ऐसे में सुबह वह निर्धारित समय पर विधानसभा में नहीं पहुंच सकते। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने 18 नवंबर को सत्र की शुरूआत दोपहर बाद 2 बजे से करने की घोषणा की।
राजनीतिक कुशलता का दिया परिचय
हरियाणा की 15वीं विधानसभा का यह एक ऐसा सत्र है, जहां विपक्ष चाहकर भी वॉकआउट नहीं कर पाया। विधानसभा अध्यक्ष की सुझबूझ के चलते इस बार दो दिन के सत्र के दौरान पूरे समय के लिए सभी विधायक विधानसभा में मौजूद रहे। जब भी सत्ता और विपक्ष के बीच गर्मा-गर्मी हुई तो विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने उसे अपनी सुझबूझ और कुशल राजनीतिक गुण से शांत करने का काम किया। यहीं कारण है कि सत्र की शुरूआत के पहले दो दिन बिना किसी वॉकआउट के शांति पूर्ण तरीके से चले।
विधानसभा में कर रहे राजनीतिक इंजीनियरिंग
हरविंद्र कल्याण पेशे से भले ही इंजीनियर हो, लेकिन फिलहाल हरियाणा विदानसभा के स्पीकर होने के नाते एक राजनीतिक इंजीनियरिंग करते नजर आ रहे हैं। तीसरी बार के विधायक हरविंद्र कल्याण सहज, सरल, मधुरभाषी और अपने से बड़ों का सम्मान करने वालों की श्रेणी में आते हैं। खुद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक डॉ. रघुबीर कादियान इस बात को लेकर विधानसभा में ही हरविंद्र कल्याण की तारीफ कर चुके हैं।
तीसरी बार जीतकर पहुंचे विधानसभा
हरविंद्र कल्याण भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर घरोंडा विधानसभा से लगातार तीसरी बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले विधायक बनने के बाद वह आराम से नहीं बैठे थे, बल्कि विधायक बनने के बाद उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों की पदयात्रा की, जिससे वह अपने क्षेत्र की हर समस्या की जानकारी हासिल कर सके। इसके बाद उन्होंने उन समस्याओं के निराकरण के प्रयास शुरू किए थे। कल्याण आज भी पूर्व की तरह अपने विधानसभा क्षेत्र के हर व्यक्ति के साथ पूरे सम्मान और आदर से मिलकर उनकी हर बात को ध्यान से सुनते हैं और संभव बात को पूरा करने की भी पूरी कोशिश करते हैं।
विधायकों को निर्धारित समय में बात पूरी करने के निर्देश
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने सत्र के दौरान सदन को सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार चुने गए विधायकों का उत्साह सराहनीय है। इस लग्न और निष्ठा को ऐसे ही बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें बहुत ही महान दायित्व सौंपा है। जनता की कसौटियों पर खरा उतरना उनका पहला दायित्व है। उन्होंने सदन के समय का महत्व बताते हुए कहा कि प्रत्येक सदस्य को निर्धारित समय सीमा में अपनी बात कहने का अभ्यास करना चाहिए। सदन का एक-एक क्षण जनसेवा को समर्पित होना चाहिए।
गंभीरता से होगा विचार
विस अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि जनहित व प्रदेश तथा राष्ट्र के हितों में काम करने के लिए संविधान ने हमें दो शक्तिशाली प्लेटफार्म दिए हैं। पहला यह महान सदन तथा मिनी-हाउस माने जानी वाली सदन की समितियां। उन्होंने संकल्प दोहराया कि सभी सदस्य इन दोनों प्लेटफार्मों का प्रयोग करते हुए अपने संसदीय दायित्वों व कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने सदन को विश्वास दिलाया कि राज्य के हित और सदस्यों के अधिकारों से संबंधित प्रत्येक विषय पर गंभीरता से विचार करेंगे।
बजट सत्र से पहले होगा प्रशिक्षण
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने सदन की कार्यवाही के दौरान 30 अक्टूबर में उपराष्ट्रपति, 6 नवंबर को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला व अन्य नेताओं से हुई भेंट का भी जिक्र किया। कहा कि महामहिम से विधायी कार्यों से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा भी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बजट सत्र से पहले विधायकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
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