Edited By Isha, Updated: 13 Nov, 2024 07:02 PM
हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में शायद यह पहला मौका होगा कि जब विधानसभा का सत्र बिना नेता विपक्ष के शुरू हुआ है। ऐसे में जहां जनता इस बार को लेकर हैरान है
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में शायद यह पहला मौका होगा कि जब विधानसभा का सत्र बिना नेता विपक्ष के शुरू हुआ है। ऐसे में जहां जनता इस बार को लेकर हैरान है। वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से भी लगातार कांग्रेस को घेरने और उस पर कटाक्ष करने का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने नेता विपक्ष का चुनाव नहीं होने को लोकतंत्र में एक दुखदाई स्थिति बताते हुए जमकर कांग्रेस पर हमला बोला।
‘भीतर से टूट चुके हैं हुड्डा’
कृष्ण बेदी ने कहा कि प्रजातंत्र की मजबूती के लिए जहां सत्ता पक्ष का मजबूत होना जरूरी होता है। वहीं, विपक्ष का मजबूत होना भी जरूरी होता है। हरियाणा में आज कांग्रेस मुद्दा और नेतृत्व विहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस जैसे पुराने दल की इतनी दयनीय स्थिति शायद कभी नहीं हुई होगी। आज कांग्रेस का नेतृत्व महाराष्ट्र चुनाव के बाद हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करने की बात कहता है, इससे लगता है कि उन्हें हरियाणा की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हुड्डा ने कांग्रेस का जो लोकदलीय करण किया है, उससे बुरी स्थिति कांग्रेस की कभी नहीं देखी। अपने अपने चाटुकारों और बेटे को बचाने के लए पूरी कांग्रेस को दांव पर लगा दिया। चाहे नवीन जिंदल, कुलदीप बिश्नोई या फिर किरण चौधरी जैसे दिग्गज कांग्रेस को छोड़कर चले गए। इनके अलावा जो दूसरे नेता कांग्रेस में है, उन्हें हुड्डा ने एक किनारे किया हुआ है। अब हुड्डा खुद से ही लड़ रहे हैं। बेदी ने कहा कि हरियाणा में तो कांग्रेस का लोकदलीय करण हो गया है। बाप-बेटे के अलावा कांग्रेस में कुछ नहीं बचा। नेता विहिन विपक्ष के बिना सदन में लोगों की कोई रूचि नहीं होगी। आज खुद हुड्डा भी भीतर से टूट चुके हैं।
‘हुड्डा नहीं कर पाए हिम्मत’
कृष्ण बेदी ने कहा कि हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा बीजेपी पर बौखलाने का आरोप लगाते थे, लेकिन वह हिमाचल में जहां उनकी सरकार है, वहां एमएसपी लागू करवाने की हिम्मत नहं कर पाए। आप भी पंजाब और दिल्ली में लागू नहीं कर पाई। इस प्रकार की सोच से नरवाना की जनता को साफ हो गया कि यह विकास करवाने वाला युवा है।
‘हुड्डा एक रात भी सीएम आवास में नहीं सोए’
बेदी ने कहा कि पहले नौकरी के लिए लोग मंत्री, विधायक और सीएम की कोठियों पर नौकरियां ढूंढते थे। उस समय में नौकरी के लिए जमीन और जेवर बिक जाते थे। अब उनके मोबाइल पर संदेश आता है कि ज्वाइन कर लीजिए। पहले सरकारों ने अफसरशाही को खूंटे से बांधकर रखा हुआ था। आज मुख्यमंत्री रात के ढाई बजे तक जागता है और लोगों से मिलता है। जनता को भी विश्वास है कि वह किसी भी पहुंच जाए, मुख्यमंत्री उनसे जरूर मिलेगा। पहले सूर्य अस्त होते ही बाबे मस्त हो जाते थे। शाम 6 बजे के बाद कभी टेनिस खेलने के नाम पर निकल जाते थे, कभी कुछ और कहकर निकल जाते थे। बेदी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री रहते हुए भूपेंद्र हुड्डा एक रात भी सीएम आवास में नहीं सोए होंगे।
‘ईवीएम की बजाए कर्मों का रोना रोए हुड्डा’
कांग्रेस की ओर से चुनाव के दौरान ईवीएम के दुरुपयोग करने के आरोप पर कृष्ण बेदी ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा को ईवीएम की बजाए अपने कर्मों का रोना रोना चाहिए। 10 साल तक वह केंद्र और प्रदेश की सत्ता में रहे। किसानों को कैसे लूटा, जनता के बीच असमान रूप से पानी, बिजली और नौकरी का वितरण किया। सफाई कर्मियों का ठेका भी उनका परिवार लेता था। सीएलयू के नाम पर सेक्शन4,6 और 9 का डर दिखाकर जमीन की लूट मचाई। बेशुमार कीमती जमीन लूटकर लोगों को बेघर करने के साथ ही बेरोजगार कर दिया दलित लोगों के घर जलाए उन्हें बेघर किया। लोगों को जिंदा जलाया यह सब जनता कभी नहीं भूलेगी। इसलिए जनता ने तीसरी बार बीजेपी पर विश्वास जताया है।
‘प्रशिक्षण शिविर से मिलेगा लाभ’
विधानसभा सत्र से पहले विधायकों के लिए आयोजित किए गए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पर कृष्ण बेदी ने कहा कि इससे अवश्य ही सभी विधायकों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष भी कह चुके हैं कि वह उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष से समय लेकर 2 दिन का प्रशिश्रण शिविर करेंगे। इससे अवश्य ही लाभ मिलेगा।