Edited By Isha, Updated: 10 Nov, 2024 06:24 PM
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने हरियाणा कवर करने वाले चंडीगढ़ के मीडिया कर्मियों के साथ चाय पर मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया। विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद हरविंद्र कल्याण ने सभी से परिचय किया
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने हरियाणा कवर करने वाले चंडीगढ़ के मीडिया कर्मियों के साथ चाय पर मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया। विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद हरविंद्र कल्याण ने सभी से परिचय किया और मीडिया कर्मचारियों के लिए विधानसभा में क्या बेहतर किया जा सकता है, इसे लेकर सुझाव भी मांगे।
हरियाणा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी स्पीकर ने मीडिया कर्मचारियों को बुलाया हो और उनकी समस्याएं, मुद्दे सुने और उन पर चर्चा की हो। कल्याण ने अपनी अनौपचारिक बातचीत में आश्वासन दिया कि मीडिया कर्मचारियों के लिए जो सार्थक व बेहतर होगा, वह सब मुद्दे परीक्षण करवा लिए जाएंगे।
इस दौरान पत्रकारों की ओर से उन्हें बताया गया कि विधानसभा में पत्रकारों की फ्रिसकिंग कम होनी चाहिए, क्योंकि चार से छह जगह तक फ्रिसकिंग हो रही है, सुरक्षा की दृष्टि से केवल एक स्थान पर फ्रिसकिंग हो तो बेहतर है। इसके अलावा विधानसभा लॉबी में पत्रकारों के बैठने की जगह कुर्सियों को भी लगाया जाए, क्योंकि यहां पर सोफे लगे हुए है। पत्रकारों की संख्या पहले से काफी अधिक हो गई है।
पंजाब का भी सत्र यदि साथ चल रहा हो तो यहां पत्रकारों को बैठने में काफी दिक्कत होती है। कुछ पत्रकारों ने यह सवाल उठाया कि प्रेस गैलरी में 10 से अधिक कुर्सियां लोक संपर्क विभाग के कर्मचारियों को मिली है, वह अतीत में जिस प्रकार दो कुर्सियां एक मीडिया मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार और एक कुर्सी हरियाणा के डीजीआईपीआर के लिए होती थी। वहीं पैटर्न फिर से अपनाया जाए। यह भी सुझाव दिया गया कि लोक संपर्क विभाग के कर्मचारियों को अपनी नोटिंग के लिए यदि कोई कक्ष उपलब्ध करवा दिया जाए, जहां लाइव प्रसारण के लिए टीवी लगा हो तो उन्हें भी कोई दिक्कत नहीं आएगी, क्योंकि उन्होंने विधानसभा सत्र से संबंधित नोटिंग ही करनी होती है।
कुछ पत्रकारों ने यह भी सुझाव दिया कि हरियाणा निवास कांफ्रेंस हाल में कोरोना कार्यकाल की तरह लाइव की कनेक्टिविटी देकर DGIPR विभाग के कर्मचारियों व जो मीडिया कर्मी वहां बैठना चाहे कि व्यवस्था हो सकती है। विधानसभा पेपरलेस होने पर पत्रकारों को मेटियलरियल की दिक्कत,टैब हर पत्रकार की सीट पर लगाने की मांग भी की गई। यह भी मांग की गई कि यदि पत्रकारों को पहले की तरह प्रींटिड मेटिरियल उपलब्ध करवाया जा सके तो वह ज्यादा बेहतर रहेगा।
कुछ पत्रकारों की ओर से प्रेस एडवाइजरी कमेटी का फिर से गठन किया जाए, क्योंकि पिछले एक साल से इस कमेटी का गठन नहीं किया गया है। इससे स्पीकर महोदय की रूटीन में चर्चा पीएसी से ही होती रहेगी व पीएसी पत्रकारों की इन समस्याओं को हल करवाने में सहायक रहेगी।
इसके साथ ही पत्रकारों को मिलने वाली भोजन में इंप्रूवमेंट करने की मांग की जाए। कोरोना काल की तरह से हॉस्पिटैलिटी डिपार्टमेंट हरियाणा से यह व्यवस्था करवाई जा सकती है। इसके साथ ही कैमरामैन को लाइवयू की बैटरी चार्ज के लिए चार्जिंग प्वाइंट बनाकर दिया जाए। इसके लिए विधानसभा के इलेक्ट्रिकल मेंटिनेंस के जेई औ एसडीओ को कहकर हल निकलवाया जा सकता है। विधानसभा में पत्रकारों को वाईफाई की कनेक्टिविटी सुविधा मुहैया करवाई जाए। साथ ही पत्रकारों ने सेशन के अंतिम दिन विधानसभा अध्यक्ष की ओर से खुद मीडिया ब्रीफिंग करने का भी सुझाव दिया गया।