Edited By Isha, Updated: 22 Sep, 2020 09:29 AM
अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प सूरजकुंड मेले को लेकर इस बार प्रदेश सरकार और हरियाणा पर्यटन निगम पूरी तरह से दुविधा में है। कोरोनाकाल में इतने बड़े मेले के आयोजन को लेकर पर्यटन विभाग हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। क्योंकि मेले में दुनियाभर से पर्यटक शामिल होने...
फरीदाबाद (दीपक पांडेय): अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प सूरजकुंड मेले को लेकर इस बार प्रदेश सरकार और हरियाणा पर्यटन निगम पूरी तरह से दुविधा में है। कोरोनाकाल में इतने बड़े मेले के आयोजन को लेकर पर्यटन विभाग हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। क्योंकि मेले में दुनियाभर से पर्यटक शामिल होने के लिए आते हैं। 15 दिन लगने वाले मेले में जबरदस्त भीड़ होती है।
ऐसे में कोरोना का खतरा अधिक बढ़ सकता है। इसलिए हरियाणा पर्यटन निगम के अधिकारियों ने अपने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मेले से संबंधित दिशा निर्देश मांगे हैं। ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। सूरजकुंड मेले के लिए अगस्त माह के अंत तक कंट्री पार्टनर चुन लिया जाता था। लेकिन इस बार कंट्री पार्टनर का चयन अभी तक नहीं हुआ है। तैयारियां शुरू करने को लेकर पर्यटन निगम दो माह पीछे चल रहे है।
हरियाणा पर्यटन निगम के सूत्रों के अनुसार अगर सरकार कोरोनाकाल में मेले को आयोजित कराने का कदम उठाती है तो इसका स्वरूप बदला भी जा सकता है। क्योंकि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाने होंगे। वहीं मेले में भाग लेने वाले देशों की संख्या को भी कम किया जा सकता है। हालांकि हरियाणा पर्यटन निगम की गर्वनिंग बाडी के निर्णय के बाद भी मेले के आयोजन को लेकर कोई फैसला हो पाएगा।