Edited By Saurabh Pal, Updated: 11 Aug, 2024 10:50 PM
लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा के पिछड़ने का दर्द अब खुलकर सामने आ रहा है। साथ ही 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने का दर्द भी कार्यकर्ता सम्मेलन में सामने आया हैं। रविवार को रेवाड़ी जिले के कोसली स्थित अपने कार्यालय पर पूर्व राज्यमंत्री...
कोसली (महेन्द्र भारती): लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा के पिछड़ने का दर्द अब खुलकर सामने आ रहा है। साथ ही 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने का दर्द भी कार्यकर्ता सम्मेलन में सामने आया हैं। रविवार को रेवाड़ी जिले के कोसली स्थित अपने कार्यालय पर पूर्व राज्यमंत्री विक्रम यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया।
पूर्व राज्यमंत्री विक्रम यादव ने कहा कि राजनीति में बड़ी पहुंच वाले अपने मंसूबों के अनुसार टिकटों में अदला-बदली करवा देते हैं। पिछली दफा जिस प्रकार से 75 पार का नारा था, वहां हम 40 पर सिमटकर रह गए और सरकार बनाने के लिए हमें जजपा का सहारा लेना पड़ा। उस समय बल्लभगढ़ से लेकर नारनौल तक सभी टिकटें बदल दी गई थी। कोसली के मौजूदा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव पर तंज कसते हुए कहा कि यह लक्ष्मण सिंह या पार्टी की जीत नही हुई, बल्कि मेरे कर्मठ कार्यकर्ताओं की जीत हुई थी। ये बात मैं इसलिए कह रहा हूं कि टिकट कटने के बाद भी हम पार्टी के साथ खड़े थे। इस बात से स्पष्ट है कि टिकट से नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की बदौलत जीत होती है।
"जिसके साथ जनता का आशीर्वाद हो, वहीं कोसली में कमल खिला सकता है"
विक्रम यादव ने आगे कहा कि आज वह समय आ गया है, जिसके साथ जनता का आशीर्वाद हो, साथ ही साथ कर्मठ कार्यकर्ताओं का सहयोग हो, वहीं कोसली में कमल खिला सकता है। विक्रम यादव इतने पर ही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने यह भी कह दिया कि अगर टिकटों का वितरण पिछली बार की तरह हुआ तो पार्टी का हाल जो लोकसभा चुनाव में हुआ है, वहीं हाल विधानसभा में भी होगा। साथ ही उन्होंने इस बार अपने कार्यकर्ताओं को मजबूत होने की सलाह भी दी।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)