Edited By Mohammad Kumail, Updated: 09 Aug, 2023 05:58 PM

कैथल जिला इन दिनों फर्जी दस्तावेजों पर मान्यता लेने वाले प्राइवेट स्कूलों का गढ़ बनता जा रहा है और शिक्षा विभाग के अधिकारी हैं कि कुंभकरण की नींद से जागने को तैयार नहीं हैं। शायद इसलिए जिले में दस्तावेजों में गड़बड़ी कर फर्जी मान्यता लेने के मामले...
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : कैथल जिला इन दिनों फर्जी दस्तावेजों पर मान्यता लेने वाले प्राइवेट स्कूलों का गढ़ बनता जा रहा है और शिक्षा विभाग के अधिकारी हैं कि कुंभकरण की नींद से जागने को तैयार नहीं हैं। शायद इसलिए जिले में दस्तावेजों में गड़बड़ी कर फर्जी मान्यता लेने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
आप यह बात सुनकर हैरान रह जाएंगे की जिले में दस्तावेजों में गड़बड़ी कर फर्जी मान्यता लेने वाले एक दो निजी स्कूल नहीं है बल्कि इनकी संख्या दर्जनों में है। अब तक कि अगर बात की जाए तो जिले के कुल 45 निजी स्कूलों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मानता ली गई है। शिक्षा विभाग द्वारा दिए गई आरटीआई के जवाब में जिले के 38 स्कूल तो ऐसे हैं जिनके संचालकों द्वारा जिले के डीसी और डीईओ के फर्जी हस्ताक्षर कर मान्यता प्राप्त की हुई है। जिन पर कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग के निदेशालय द्वारा सभी स्कूल संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए गए थे। परंतु इतना समय बीत जाने के बाद भी आज तक ना तो किसी स्कूल संचालक के खिलाफ कोई मामला दर्ज हुई है और ना किसी भी स्कूल की मान्यता रद्द हुई है। इस बात से आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं कि विभाग के इस ढुलमुल रवैया से जिले के निजी स्कूल संचालकों द्वारा शिक्षा के नाम पर किस तरह से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर फीस के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं।
वहीं अब ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जिसमें जिले के राधा कृष्ण सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने सीबीएसई बोर्ड से मान्यता लेने के लिए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर व मोहर को स्कैन कर उनका दुरुपयोग किया है।

बताते चलें कि मार्च 2023 में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से गठित कमेटी ने राधा कृष्ण सीनियर सेकेंडरी स्कूल में निरीक्षण किया था जिस दौरान कमेटी को स्कूल की मान्यता से संबंधित दस्तावेजों में गड़बड़ पाई गई थी कि स्कूल मैनेजमेंट द्वारा जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कैथल के हस्ताक्षर व कार्यालय की मोहर को स्कैन करके सीबीएसई से मान्यता लेने के लिए दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा इस पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई थी। जिसके बाद मुख्यालय द्वारा 30 जून 2023 की राधा कृष्ण सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस भेजकर इसका एक महीने के अंदर जवाब मांगा था परंतु स्कूल मैनेजमेंट कमेटी द्वारा निश्चित समय अवधि में मुख्यालय के नोटिस का जवाब ना देने के बाद फिर से 4 अगस्त 2023 को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के अंदर इसका जवाब मांगा है, यदि स्कूल प्रबंधक कमेटी द्वारा अब भी विभाग के पत्र का उचित जवाब नहीं दिया जाता तो निश्चित तौर पर मुख्यालय की तरफ से स्कूल के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी जिसमें स्कूल की मान्यता तक रद्द हो सकती है और स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद स्कूल में पढ़ रहे हजारों बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
इस मामले पर जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि शहर के राधा कृष्ण सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने मौलिक शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर व मोहर को स्कैन कर गलत तरीके से मान्यता ली गई थी जिस संबंध में मुख्यालय की तरफ से स्कूल को 30 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। स्कूल प्रबंधक कमेटी द्वारा निश्चित समय अवधि में जवाब न देने पर अब मुख्यालय ने दोबारा पत्र भेजकर एक सप्ताह का समय और दिया है। अगर स्कूल प्रबंधक कमेटी की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो स्कूल के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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