Edited By Shivam, Updated: 29 Jul, 2021 06:23 PM
पलवल के एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल में 7वीं क्लास के छात्र के साथ स्कूल में टीचर द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। पिता ने जब बेटे को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई तो उसके दोनों बेटों को स्कूल प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास के व्हाट्सएप ग्रुप से भी बाहर कर...
पलवल (दिनेश): पलवल के एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल में 7वीं क्लास के छात्र के साथ स्कूल में टीचर द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। पिता ने जब बेटे को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई तो उसके दोनों बेटों को स्कूल प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास के व्हाट्सएप ग्रुप से भी बाहर कर दिया। मामले की शिकायत भवन कुंड चौकी पुलिस को दी गई, लेकिन एक हफ्ता बीत जाने के बावजूद भी स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई, जिसका खामियाजा छात्र अरिहंत और उसके भाई छात्र अमन को घर बैठकर भुगतना पड़ रहा है।
दरअसल, पलवल के एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल की टीचर पर 7वीं क्लास के छात्र अरिहंत की पिटाई करने के आरोप हैं, जबकि वह पहले ही चोटिल था। पीड़ित छात्र ने बताया कि 23 जुलाई को उसके साथ क्लास में मारपीट की गई, जबकि उसका एक्सीडेंट होने की वजह से पहले ही सिर में चोट लगी थी। अरिहंत ने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस को दी गई तो स्कूल ने ऑनलाइन क्लास के व्हाट्सएप ग्रुप से मुझे और मेरे भाई अमन जो कि 10 वीं क्लास में पढ़ता है उसे बाहर कर दिया गया।
पीड़ित छात्रों के पिता नितिन जैन ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसका छोटा बेटा अरिहंत पैर फिसलने से गया, जिससे उसके सिर में चोट लग गई थी, जिसका इलाज मेट्रो हॉस्पिटल में चला था। सर में ब्लड का क्लॉट रह जाने की वजह से आज भी दवाइयां चल रही हैं। अब स्कूल खुलने के बाद जैसे ही बच्चे स्कूल जाने लगे तो वो सब स्कूल मैनेजर से मिलकर आए थे कि उसके बच्चे के सर में चोट है, थोड़ा ध्यान रखना होगा, लेकिन 23 तारीख को इंग्लिश की टीचर ने उसे गर्दन नीचे करने की वजह से सर में थप्पड़ मार दिया। जैसे ही बच्चे ने कहा कि उसे चोट लगी है और उसे चक्कर आने लगते हैं, तब पर भी मैडम ने दया नहीं दिखाई।
नितिन ने बताया कि इस मामले की शिकायत उन्होंने हुडा सेक्टर की भवन कुंड चौकी में दी लेकिन एक हफ्ता बीत जाने के बावजदू भी पुलिस ने स्कूल के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की, बल्कि पुलिस राजीनामे के लिए दबाव बना रही है। स्कूल की ओर से धमकी दी जा रही है कि यदि शिकायत वापिस नहीं ली तो उसके बच्चों का भविष्य खराब कर दिया जाएगा और कोई स्कूल उन्हें एडमिशन भी नहीं देगा।
इस बारे में जांच अधिकारी हरबीर ने बताया कि जैसे ही पीड़ित पक्ष की ओर से उन्हें शिकायत मिली थी तुरंत रोजनामे में मामला अंकित कर दिया गया था। स्कूल में जाकर पता किया तो स्कूल प्रबंधन ने बताया कि इनकी स्कूल फीस बकाया है, जिसके वजह से ये शिकायत दी है। इस मामले की जांच जारी है। जांच के बाद मामले की कारवाई की जाएगी।
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल मंजीत रावत का कहना है कि क्लास में बच्चे की कोई पिटाई नहीं की गई। वहीं ग्रुप से रिमूव करने की की बात मंजीत ने कहा कि अब स्कूल में क्लास शुरू हो गई है, जिसकी वजह से उन्हें ग्रुप से बाहर किया गया है। उन्होंने कहा कि वहीं इन बच्चों की फीस भी बकाया है।
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