Edited By Manisha rana, Updated: 31 May, 2023 02:11 PM

देश के नामचीन पहलवानों और दिल्ली पुलिस में टकराव के बाद कल जैसे ही पहलवानों ने अपने मेडलों को गंगा में प्रवाहित करने का फैसला लिया।
सोनीपत (सन्नी) : देश के नामचीन पहलवानों और दिल्ली पुलिस में टकराव के बाद कल जैसे ही पहलवानों ने अपने मेडलों को गंगा में प्रवाहित करने का फैसला लिया। पहलवान गंगा में अपने मैडल प्रवाहित करने के लिए भी पहुंच गए थे लेकिन किसान नेताओं ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
पहलवानों के समर्थन में 4 जून को होगी महापंचायत
बता दें कि सोनीपत के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आज भारतीय किसान यूनियन के नेताओं में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। किसान नेता वीरेंद्र पहल ने कहा कि 4 जून को मुंडलाना गांव के स्पोर्ट्स ग्राउंड में पहलवानों के समर्थन में एक महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पहलवानों के मुद्दे को लेकर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई की रणनीति तैयार की जाएगी और हम अपने पहलवानों के लिए अपनी बेटियों के लिए अपनी शीश कटवाने के लिए भी तैयार हैं।
वीरेंद्र पहल ने कहा कि 28 मई को जो हुआ, वह पूरे देश ने देखा। उन्होंने अपने मैडल गंगा में प्रवाहित करने का जो फैसला लिया, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। यह ऐसा है जैसे कि किसी से उसके प्राण मांग लेना। 4 जून को जो महापंचायत होने जा रही है उसमें पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, जयंत चौधरी किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी व बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में पहलवानों के समर्थन में आर-पार की लड़ाई के लिए रणनीति तैयार की जाएगी और उसके लिए हम कड़े फैसले लेंगे।
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