Edited By Nitish Jamwal, Updated: 01 Aug, 2024 02:39 PM
हरियाणा की पंजाब से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है और अब भी किसान अभी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। आज हरियाणा के हर जिले में किसानों ने सरकार का पुतला फूंका और सरकार को चेताया कि उनकी मांगों पर जल्द से जल्द ध्यान दिया जाए।
सोनीपत/अंबाला (सन्नी मलिक/अमन कपूर): हरियाणा की पंजाब से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है और अब भी किसान अभी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। आज हरियाणा के हर जिले में किसानों ने सरकार का पुतला फूंका और सरकार को चेताया कि उनकी मांगों पर जल्द से जल्द ध्यान दिया जाए। किसान आज ये हल्ला बोल कार्यक्रम इसलिए कर रहे थे क्योंकि सरकार ने फरवरी माह में जो तीन अधिकारी जींद और अंबाला में तैनात थे उनके नामों की सिफारिश राष्ट्रपति मेडल के लिए की है, लेकिन किसान इससे नाराज है, क्योंकि किसानों का कहना है कि निहत्थे किसानों पर गोली चलाने वाले वीर नहीं होते।
MSP गारंटी कानून और अन्य कई मांगों को लेकर फरवरी माह में जब किसान पंजाब से दिल्ली कूच कर रहे थे, तब हरियाणा पुलिस ने उन्हें हरियाणा में प्रवेश नहीं करने दिया तो किसानों और पुलिस के बीच जबरदस्त भिड़ंत भी देखने को मिली थी। जिसमें दोनों तरफ से सैकड़ों लोगों को चोटे आई थी जबकि कई किसानों ने जान भी गवां दी थी, लेकिन उसके बावजूद किसान पीछे नहीं हटे और किसानों ने वहीं सीमाओं पर डेरा जमा लिया, अब किसान इस बात से नाराज चल रहे हैं कि उन तीन पुलिस अधिकारियों के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति मेडल के लिए सरकार ने की है, जोकि उस समय अंबाला और जींद में तैनात थे और उन्होंने ही किसानों पर अत्याचार किए, किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के नेतृत्व में आज सोनीपत की नई अनाज मंडी में सरकार का पुतला फूंका और सरकार को चेताया कि उनकी मांगों पर जल्द से जल्द विचार हो अन्यथा सरकार आगामी विधानसभा चुनावों में नतीजा भुगतने को लेकर तैयार रहे।
किसान अनिल राणा और वीरेंद्र खोखर ने बताया कि हमारी राहुल गांधी से मुलाकात हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि किसानों की मांग संसद में उठाई जाएगी और सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो वो विधानसभा में इसके लिए तैयार रहे किसान उनका जमकर विरोध करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर भी फूंका पुतला
हरियाणा पंजाब बॉर्डर यानी शंभू बॉर्डर पर किसानों ने आज केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार का पुतला दहन किया। इससे पूर्व किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई नेताओं की अर्थी यात्रा निकाली। किसान सरकार द्वारा 6 पुलिस वालों को गैलेनटरी आवार्ड से सम्मानित करने के फैसले से खफा है। किसानों का आरोप है की जिन 6 पुलस वालों ने किसानों पर गोलियां चलाई उन्हें सम्मानित करके सरकार उन्हें अंग्रेजी सरकार का जरनल डायर बना रही है। किसानों ने सरकार द्वारा की जाने वाली गतिविधियों का विरोध करते हुए कहा की आज जो हो रहा है उसे इमरजेंसी का नाम दिया जाना चाहिए। किसानों ने साफ चेतावनी दी की अगर इन 6 पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने का अपना फैसला नहीं बदला तो किसान इसका और विरोध करेंगे।
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