Edited By Mohammad Kumail, Updated: 03 Apr, 2023 04:40 PM

रिटायर्ड सेना अधिकारियों ने वन रैंक-वन पेंशन को लेकर आज जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि वे काफी समय से सरकार से वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग...
सिरसा (सतनाम सिंह) : रिटायर्ड सेना अधिकारियों ने वन रैंक-वन पेंशन को लेकर आज जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि वे काफी समय से सरकार से वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सभी ने एक स्वर में कहा कि जब तक सरकार वन रैंक-वन पेंशन लागू नहीं करती, वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
एक्स सूबेदार ज्योति प्रसाद ने बताया कि आज रिटायर्ड सेना कर्मचारियों की विभिन्न मांगो को लेकर सिरसा के लघु सचिवालय पहुंचे हैं और अपनी मांगो का एक मांग पत्र सिरसा के उपायुक्त के माध्यम से दिया गया है। उन्होंने बताया कि तीसरे पे कमीशन से पहले सेना के जवान को 75 प्रतिशत पेंशन मिलती थी जो कि बाद में 50 प्रतिशत कर दी गई। इसके साथ ही सेना के जवानों को सेटल करने की बात भी की गई थी लेकिन अभी तक उसे भी नहीं लागू किया गया। उन्होंने बताया कि इसके इलावा भी उनकी कई मांगे हैं जिसको लेकर आज ज्ञापन सौंपा गया है।
सरकार से की त्रुटियों को दूर करने की मांग

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : वन रैंक वन पेंशन की त्रुटियों को लेकर यमुनानगर में सेना, वायु सेना और नौसेना के पूर्व सैनिकों द्वारा प्रदर्शन किया गया और जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। पूर्व सैनिकों ने यहां वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए अनाज मंडी से जिला सचिवालय पहुंचे। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 2019 में वन रैंक वन पेंशन लागू किए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उसमें कई तरह की त्रुटियां हैं। बार-बार सरकार से अनुरोध किया गया इन त्रुटियों को दूर किया जाए। बिना किसी भेदभाव के वन रैंक वन पेंशन लागू की जाए, लेकिन अभी भी इन त्रुटियों को दूर नहीं किया गया। जिसको लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जा रहा है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : वन रैंक-वन पेंशन, मिल्ट्री सर्विस-पे समेत कुछ अन्य मांगों को लेकर आज पूर्व सैनिकों ने आवाज बुलंद की। सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिक शहर के धारूहेड़ा चुंगी स्थित रेजांगला शौर्य स्मारक पर एकत्रित हुए और यहां से पैदल मार्च निकालते हुए जिला सचिवालय पहुंचकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। पूर्व सैनिकों ने हरियाणा के जिला रेवाड़ी को सैनिकों की खान बताते हुए अपने हक की आवाज पूरे अनुशासन में रहकर उठाने की बात कहते हुए एकजुट होने का संदेश दिया। पूर्व सैनिकों की और से 'वन रैंक-वन पेंशन' 'OROP' में जवान, JCO, ऑनररी रैंक के साथ भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
नहीं पूरी हुई मांगें तो आने वाले चुनाव में सरकार को देंगे पटखनी

नूंह (एके बघेल) : जिले के पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन की मांगों को लेकर जिला सचिवालय पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की गई। नूंह के जिला सचिवालय पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे पूर्व सैनिकों ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन की मांग उनकी काफी पुरानी मांग है जो काफी लंबे समय से चली आ रही है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि यदि समय रहते सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वह सरकार की मुश्किलें बढ़ाने का काम भी करेंगे तथा सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। पूर्व सैनिकों ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन उनका अधिकार है वह अपने अधिकार को लेकर रहेंगे। पूरे प्रदेश भर के पूर्व सैनिक सभी जिला सचिवालय पर जाकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है। वहीं पूर्व सैनिकों ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि वन रैंक वन पेंशन पूरी तरह से लागू नहीं किया जाता है तो आने वाले विधानसभा के चुनावों में सरकार को पटखनी देने का काम पूर्व सैनिक करेगा। सरकार की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जताते हुए कहां की साल के अंत में बड़ी रैली करते हुए बड़े फैसले लेंगे। पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन की विसंगति दूर करने की मांग की है।
नहीं पूरी हुई मांगें तो विरोध प्रदर्शन होंगे तेज

गोहाना (सुनील जिंदल) : आज देशभर में तीनों सेनाओं के पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन को लेकर प्रदर्शन कर किया। वहीं गोहाना में भी पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन में विसंगति को दूर करने की मांग कर रहे हैं। पूर्व सैनिकों ने अपनी सोलह सूत्रीय मांगो का एक मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम सौंपा है। वहीं पूर्व सैनिकों में इस बात को लेकर काफी रोष है कि अफसर रैंक और जवान की पेंशन में भारी अंतर है। वहीं मिल्ट्री सर्विस में भी विसंगति है। सरकार से मांग है जल्द से जल्द इसमें जो भी खामियां है उन्हें दूर किया जाए। अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया आज जिस प्रकार से देश में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया यह तीनों सेनाओं के पूर्व सैनिक सड़कों पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे।
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