Edited By Isha, Updated: 13 Oct, 2021 03:21 PM
पिछले साल की तरह इस साल त्यौहारों पर कोरोना भारी रहने वाला है। इस साल भी दशहरा का मेला कोरोना की भेट चढ़ गया क्योंकि प्रशासन ने कोरोना के नियमों का पालन करने के लिए सख्त निर्देश जारी किये है। । इस साल भी कोरोना की गाइडलाइंस के
अंबाला(अमन): पिछले साल की तरह इस साल त्यौहारों पर कोरोना भारी रहने वाला है। इस साल भी दशहरा का मेला कोरोना की भेट चढ़ गया क्योंकि प्रशासन ने कोरोना के नियमों का पालन करने के लिए सख्त निर्देश जारी किये है। । इस साल भी कोरोना की गाइडलाइंस के अनुसार मेला करने की इजाजत तो प्रशासन से मिल रही है पर उन गाइडलाइंस को फॉलो करवा पाना मेला करवाने वाली संस्थाओं के लिए बहुत ही मुश्किल हो रहा है, जिसके चलते ज्यादातर संस्थाओं ने इस साल भी दशहरा मेला ना करवाने की ठान ली है।
अंबाला छावनी में स्थित अनाज मंडी रामलीला कमेटी के प्रधान का कहना है कि इस बार भी वह कोरोना की गाइडलाइन के चलते दशहरे मेले का आयोजन नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशासन से दशहरा मेला करवाने की इजाजत मांगी थी जो कि उन्हें प्रशासन द्वारा मिल गई है लेकिन प्रशासन द्वारा यह शर्त लगा दी गई है कि मेले का आयोजन कोरोना गाइडलाइंस के तहत किया जाए। प्रशासन और संस्थाओं के इस टकराव से सबसे ज्यादा दशहरा मेला देखने वाले लोगो में खासकर बच्चो में काफी निराशा है। जब स्कूली छात्रा निष्ठा से दशहरा मेले का आयोजन इस साल भी नहीं होगा के बारे में बात की गई तो उसने कहा कि दशहरे का मेला तो हर बच्चे के लिए एक मनपसंद त्यौहार होता है और हर बच्चा इस का आनंद लेना चाहता है पर कोरोना की वजह से पिछले साल भी इसका आयोजन नहीं हो पाया था
ऐसा नहीं दशहरा मेला न होने से बच्चे ही निराश बड़े भी इससे काफी आहात है। लोगो का कहना है कोरोना के चलते पिछले 2 साल से दशहरे का आयोजन ग्राउंड में नहीं हो पा रहा। बच्चे हमारी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं अब वह सारा दिन मोबाइल पर ही लगे रहते हैं पहले मां बाप बच्चों को दशहरा मेला दिखाने के लिए ग्राउंड में लेकर जाया करते थे लेकिन अब करोना के चलते सब कुछ ठप हो गया है।