Edited By Naveen Dalal, Updated: 07 Aug, 2019 12:09 PM
बहादुरगढ़ पुलिस को दोहरे हत्याकांड में बड़ी कामयाबी मिली है। जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को खेड़ी आसरा गांव में बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। जिस मामले में महिला और उसकी बेटी को किसी उसके दामाद ने मौत के घाट...
बहादुरगढ़ (प्रवीन धनखड़): बहादुरगढ़ पुलिस को दोहरे हत्याकांड में बड़ी कामयाबी मिली है। जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को खेड़ी आसरा गांव में बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। जिस मामले में महिला और उसकी बेटी को किसी उसके दामाद ने मौत के घाट उतारा था। इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। लेकिन धरपकड़ में आरोपी को काबू कर पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ही युवक ने दोहरे हत्याकांड की वारदात को कबूल कर लिया। आरोपी की पहचान दिल्ली के नजफगढ़ निवासी दीपक के रूप में हुई है।
बता दें कि दीपक ने शुक्रवार की दोपहर के समय खेड़ी आसरा गांव में रहने वाली अपनी सास मीना और पत्नी दीक्षा की गोली मारकर हत्या करने की वारदात कबूल करी है। पुलिस का कहना है कि दीपक मोटरसाइकिल पर सवार होकर खेड़ी आसरा गांव पहुंचा था। जहां पहले तो उसकी अपनी सास और पत्नी के साथ कहासुनी हुई। जिसके बाद दीपक ने अपनी सास और पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। साथ ही उसने अपने 6 महीने के दूध मुंहे बच्चे को शवों के पास छोड़ दिया था। ताकि किसी को उस पर शक ना हो। वारदात के तुरंत बाद वह मौके से फरार हो गया था।
वहीं पुलिस का कहना है कि दीपक और उसकी मां उसकी दीक्षा को पसंद नहीं करते थे। इसीलिए आपस में उनका झगड़ा होता रहता था और पिछले 4 महीने से दीक्षा अपने मायके में ही रह रही थी। घरेलू कलह के चलते दीपक ने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है।