Edited By Yakeen Kumar, Updated: 23 Aug, 2025 07:50 PM

गरीब घर से निकली एक ऐसी लड़की, जिसने रास्ते में आने वाली तमाम बाधाओं को चिरते हुए एक अलग मुकाम हासिल किया...
हरियाणा डेस्क : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन सफलता कुछ ही को मिलती है। इन्हीं चुनिंदा सफल अभ्यर्थियों में हरियाणा की दिव्या तंवर का नाम भी जुड़ा है, जिन्होंने संघर्षों के बावजूद IAS बनने का सपना पूरा किया। आज हम आपको बताने जा रहे हैं दिव्या की प्रेरणादायक कहानी...
दिव्या तंवर का जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के छोटे से गांव निंबी में हुआ। जब दिव्या बहुत छोटी थीं तभी उनके पिता का निधन हो गया। पिता की मृत्यु के बाद परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया। मां बबीता तंवर ने चार बच्चों की परवरिश के लिए खेतों में मजदूरी की और साथ ही कपड़े सिलाई का काम भी किया।
शिक्षा और शुरुआती सफर
दिव्या ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने मेहनत करके जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिला लिया। वहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने साइंस विषय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।

बिना कोचिंग UPSC की तैयारी
ग्रेजुएशन के बाद दिव्या ने UPSC की तैयारी शुरू की। खास बात यह रही कि उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया, बल्कि ऑनलाइन क्लासेज, टेस्ट सीरीज़ और मॉक टेस्ट के माध्यम से खुद ही तैयारी की।
पहली कोशिश में IPS बनीं
दिव्या ने 2021 में पहली बार UPSC परीक्षा दी। उन्होंने लिखित परीक्षा में 751 अंक और इंटरव्यू में 179 अंक हासिल किए। कुल 930 अंकों के साथ उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 438 प्राप्त की। इस सफलता के बाद उन्हें IPS कैडर आवंटित हुआ। उस समय उनकी उम्र मात्र 21 साल थी।

दूसरी कोशिश में IAS बनने का सपना पूरा
IAS बनने का लक्ष्य रखते हुए दिव्या ने हार नहीं मानी। उन्होंने 2022 में फिर से UPSC परीक्षा दी और इस बार लिखित परीक्षा में 834 अंक और इंटरव्यू में 160 अंक हासिल किए। कुल 994 अंक के साथ उन्होंने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 105 प्राप्त की। इस बार उन्हें IAS कैडर मिला।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति बता चुकें हैं फेवरेट स्टूडेंट
दिव्या ने बाद में इस एग्जाम के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर DRISTI IAS से भी कोचिंग ली। इस कोचिंग सेंटर के प्रमुख डॉ. विकास दिव्यकीर्ति भी दिव्या के संघर्ष और सफलता की तारीफ कर चुके हैं। एक इंटरव्यू के दौरान सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उनकी फेवरेट स्टूडेंट दिव्या तंवर हैं, जो एक IAS अधिकारी हैं। कई अन्य वीडियो में भी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति को दिव्या तंवर की जमकर तारीफ करते हुए देखा गया है।

वर्तमान में IAS अधिकारी
आज दिव्या तंवर मणिपुर कैडर में बतौर IAS अधिकारी सेवा दे रही हैं। उनकी कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है कि कठिन हालातों में भी हिम्मत और मेहनत से सपनों को साकार किया जा सकता है।
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