Edited By Isha, Updated: 10 Aug, 2025 12:24 PM

हरियाणा के सोनीपत से माँ-बेटे की जोड़ी ने कमाल कर दिखाया है। ज्योति और उनके बेटे मौलिक ने नेशनल पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में छह गोल्ड मेडल जीते। मुश्किल हालातों से गुज़रने के बाद, ज्योति ने बेटे के साथ जिम जाना शुरू किया।
सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत से माँ-बेटे की जोड़ी ने कमाल कर दिखाया है। ज्योति और उनके बेटे मौलिक ने नेशनल पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में छह गोल्ड मेडल जीते। मुश्किल हालातों से गुज़रने के बाद, ज्योति ने बेटे के साथ जिम जाना शुरू किया।

दोनों ने मेहनत की और सफलता हासिल की। मौलिक ने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर सफलता का मंत्र बताया। ज्योति जिनका वैवाहिक जीवन अनबन के चलते मुश्किल दौर से गुजरा, उन्होंने ने बेटे को सही राह पर रखने के लिए जिम ज्वाइन करवाया था। लेकिन कुछ समय बाद उनकी अपनी सेहत बिगड़ गई, तो उन्होंने भी बेटे के साथ जिम जाना शुरू कर दिया।

घर और स्कूल की जिम्मेदारियों के बीच रोज़ 2 घंटे का समय निकालकर उन्होंने पावरलिफ्टिंग की तैयारी शुरू की और सिर्फ एक महीने की मेहनत के बाद प्रतियोगिता में उतर पड़ीं। ज्योति ने 63 किलोग्राम वेट कैटेगरी में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैक्स कैटेगरी में 63 किग्रा, डेड लिफ्ट में 70 किग्रा, स्क्वाट में 75 किग्रा और बेंच प्रेस में 30 किग्रा वजन उठाकर तीन अलग-अलग इवेंट में गोल्ड मेडल जीते। वहीं, 11वीं कक्षा के छात्र मौलिक ने पहली बार नेशनल पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लिया ।
मौलिक का मानना है कि सोशल मीडिया और नशे से दूरी बनाकर, माता-पिता के साथ दोस्त की तरह रहकर और सेहत पर ध्यान देकर ही असली सफलता हासिल की जा सकती है। ज्योति और मौलिक ने यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। अब उनका अगला सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पावरलिफ्टिंग में भारत का नाम रोशन करना है।