Edited By Manisha rana, Updated: 27 Jan, 2025 02:08 PM
बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के खिलाफ रेप केस दर्ज हुआ है।
हिसार : बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के खिलाफ रेप केस दर्ज हुआ है। हरियाणा की एक युवती ने बूड़िया के खिलाफ पुलिस को रेप की शिकायत दी है। यह मामला काफी सुर्खियों में बना हुआ है।हरियाणा के हिसार में रहने वाली युवती ने बूडिया के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया है। इस मामले पर अब महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूडिया ने वीडियो जारी की है जिसमें उन्होंने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से निराधार है, साथ ही उन्होंने इसे षड्यंत्र करार दिया है।
देवेंद्र बूड़िया ने आगे कहा- जब मुकाम में 13 नंवबर को बैठक हुई थी, उस बैठक में कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न और संरक्षक पद वापस ले लिया था। उसी दिन कुलदीप बिश्नोई ने अपने आदमी शिवराज के जरिए फोन करके बताया था कि आप मान जाओ, नहीं तो महिला की तरफ से आपके ऊपर मामला दर्ज होगा। उसने यह भी कहा कि आप चाहते हो तो मैं कुलदीप बिश्नोई से आपकी बात करवा देता हूं। इस पर मैंने कहा था कि मैं ब्लैकमेल होने वाला नहीं हूं। मैं इस समाज का वफादार हूं और इस समाज के लिए अपनी जान दे सकता हूं। यह बात मैंने मुकाम में उसी दिन बैठक में बता दी थी। अभी 25 जनवरी को मेरी मुरादाबाद में रजिस्ट्रार के यहां पेशी थी। उस वक्त वो लोग पूरी ट्राई कर रहे थे। उनकी जब किसी तरह दाल नहीं गली तो उन्होंने मेरे खिलाफ केस दर्ज करवाया। मेरी चाहे हत्या हो जाए या मुझे जेल जाना पड़े, लेकिन मैं लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव करवाउंगा। महासभा को कुलदीप से मुक्त करवाना है। इसने समाज की संस्था को बंधक बनाकर रखा है। इससे मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।
देवेंद्र बूडिया ने कहा कि मेरे चरित्र पर हुए निजी हमले को लेकर मैं समस्त बिश्नोई समाज को यह आश्वस्त करना चाहता हूं कि जंभेश्वर भगवान के आशीर्वाद से और संपूर्ण समाज के आशीर्वाद और सहयोग की बदौलत समाज की साख पर कभी आंच नहीं आने दूंगा। साथ ही मैं मेरे परिवार जनों एवं शुभचिंतकों से निवेदन करता हूं कि किसी के खिलाफ भी गलत टिप्पणी व हल्की भाषा का प्रयोग नहीं करें, न्यायपालिका पर भरोसा रखें समय के साथ सब सही होगा, सांच को कभी आंच नहीं आएगी। मैंने मेरे निजी जीवन के बजाय समाज को हमेशा सर्वोपरि माना है आगे भी समाज को प्राथमिकता देता रहूंगा। इस प्रकार के निजी जीवन पर हमले करवा कर समाज में चुनाव प्रक्रिया को कभी रुकवा नहीं सकते। संपूर्ण समाज ने मुझे चुनाव करवाने का आदेश दिया था जिस पर मैं आज भी अडिग हूं प्रक्रिया चल रही है और चुनाव होकर रहेगा।
देवेंद्र बूड़िया और कुलदीप बिश्नोई में लंबे समय से विवाद
दरअसल 13 जनवरी को कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटा दिया गया था। यह निर्णय मुकाम में महासभा और समाज की बैठक में लिया गया था। जाति समाज के बाहर विवाह करने पर बिश्नोई रत्न की उपाधि भी वापस लेने का निर्णय हुआ था और कुलदीप बिश्नोई ने संरक्षक का पद छोड़ दिया। देवेंद्र बूड़िया और कुलदीप बिश्नोई के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। एफआईआर आदमपुर थाने में दर्ज की गई, जिसे कुलदीप बिश्नोई का गढ़ माना जाता है।