Edited By Isha, Updated: 16 Sep, 2020 05:22 PM
खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के नेतृत्व में किसानों ने धरना-प्रदर्शन लघुसचिवालय में जारी है। आज सुनवाई नहीं होने से आक्रोशित किसान लघु सचिवालय से हल लेकर रोष प्रदर्शन करते हुए बरनाला रोड स्थित कैबिनेट
सिरसा(सतनाम): खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के नेतृत्व में किसानों ने धरना-प्रदर्शन लघुसचिवालय में जारी है। आज सुनवाई नहीं होने से आक्रोशित किसान लघु सचिवालय से हल लेकर रोष प्रदर्शन करते हुए बरनाला रोड स्थित कैबिनेट मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला के आवास पर पहुंचे और घेराव किया। यहां किसानों ने चौ. रणजीत सिंह चौटाला व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था प्रदेश में खराब हुई नरमा-कपास की फसलों की शीघ्र गिरदावरी करवाकर मुआवजा जारी किया जाए। पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर माफी मांगे। केन्द्र सरकार के तीन अध्यादेश जोकि किसान, आढ़ती व मजदूर विरोधी हैं उन्हें रद्द किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि शीघ्र उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो 21 सितंबर को सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल के आवास पर घेराव किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री के आवास के मध्यनजर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रदर्शनकारी किसानों ने मांगों को लेकर एक ज्ञापन कैबिनेट मंत्री के आवास पर सौंपा।
अखिल भारतीय स्वामीनाथन संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकल पचार ने कहा कि किसान लगातार धरने पर बैठे हैं। आज कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला के आवास का घेराव किया गया है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर 21 सितंबर को सांसद सुनीता दुग्गल के सिरसा आवास का घेराव किया जाएगा। उन्होंने भाजपा सरकार को अल्टीमेटम दिया कि 29 सितंबर तक अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो 30 सितंबर को किसान जिलाभर की 145 पानी की टंकियों पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। मांगें पूरी नहीं होने तक किसान टंकियों से नहीं उतरेंगे। किसी तरह की कोई जनहानि होती है तो उसके लिए प्रदेश की खट्टर सरकार जिम्मेवार होगी।