Edited By vinod kumar, Updated: 13 Jan, 2020 11:06 AM
सी.डब्ल्यू.सी. सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा रविवार को स्थानीय लोगों से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर ङ्क्षचता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि एन.सी.आर.बी. की रिपोर्ट बहुत ही भयानक है। सरकारी आंकड़े बोलते हैं कि हरियाणा में...
रोहतक(मैनपाल): सी.डब्ल्यू.सी. सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा रविवार को स्थानीय लोगों से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि एन.सी.आर.बी. की रिपोर्ट बहुत ही भयानक है। सरकारी आंकड़े बोलते हैं कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है। जो हरियाणा हर अच्छाई में नंबर 1 हुआ करता था,वह अब अपराध जैसी सामाजिक बुराई में शीर्ष पायदान पर आ गया है। विगत 5 वर्षों में प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में लगातार बढ़ौतरी हुई है।
दीपेन्द्र ने कहा कि यह मैं नहीं कह रहा बल्कि सरकार के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं। सरकार के ही आंकड़े सरकार की पोल खोल रहे हैं। उन्होंने पुरानी कहावत का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘खाली दिमाग शैतान का घर’ होता है। कानून-व्यवस्था लचर होने और बेरोजगारी में तेजी से बढ़ौतरी के कारण ही अपराध में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री इस लड़ाई में उलझे हैं कि सी.आई.डी. किसकी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से अनुरोध किया कि झगड़े को खत्म करके कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी किसकी है ये तय किया जाए और इस पर सख्ती से ध्यान दिया जाए। दीपेन्द्र ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एन.सी.आर.बी.) की वर्ष 2018 की रिपोर्ट बताती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध वर्ष 2017 के मुकाबले 26 प्रतिशत बढ़े हैं। वर्ष 2018 में बच्चियों, किशोरियों और महिलाओं के खिलाफ 14 हजार 326 अपराध हुए।