Edited By Saurabh Pal, Updated: 20 Sep, 2024 03:50 PM
हरियाणा में भीम आर्मी चीफ व आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर रावण को दलित समाज के लोगों ने काला झंडा दिखाकर विरोध किया। दरअसल हरियाणा विधानसभा चुनाव में जेजेपी और आजाद समाज पार्टी गंठबंधन हुआ है...
जींद: हरियाणा में भीम आर्मी चीफ व आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर रावण को दलित समाज के लोगों ने काला झंडा दिखाकर विरोध किया। दरअसल हरियाणा विधानसभा चुनाव में जेजेपी और आजाद समाज पार्टी गंठबंधन हुआ है। जिसके चलते पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और चंद्र शेखर रावण सफीदों में गठबंधन प्रत्याशी के लिए संयुक्त रूप से प्रचार कर रहे थे। इस दौरान गांव सिंघाना में वाल्मिकी और धानक समाज के सैकड़ों लोगों ने चंद्र शेखर को काला झंडा दिखा कर विरोध किया। इतना नहीं चंद्रशेखर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रमीणों का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला सुनाया था और इस फैसले का सबसे पहले सांसद चंद्रशेखर रावण ने विरोध किया। भीम आर्मी चीफ ने पूरे भारत में बंद का आह्वान किया था। विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि चंद्रशेखर रावण केवल एक समाज के लोगों तक सीमित रह गए हैं और उन्हें वंचित समाज के हितों से कोई लेनादेना नहीं है।
ग्रामीणों ने कहा कि हम किसी पार्टी का विरोध नहीं कर रहे हैं। बल्कि वह चंद्रशेखर द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना के सुप्रीम के फैसला हमारे हक में है और चंद्रशेखर का विरोध हमारे खिलाफ है। जिसका वे पुरजोर विरोध करते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि आगामी 22 सितंबर को जींद की नई अनाज मंडी में डीएससी समाज का महासम्मेलन होगा। ग्रामीणों ने ये भी बताया कि उन्होंने इशारे के माध्यम से चंद्रशेखर रावण को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन वे प्रचार रथ से नीचे नहीं उतरे और ना ही उनसे कोई बातचीत की।
बता दें उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद चंद्रशेखर एक उभरते हुए दलित नेता हैं। उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ और दलित हक के लिए आवाज उठाने के लिए जाना जाता है। उत्तर प्रदेश में खास कर दलित युवाओं के बीच उनकी मजबूत पकड़ है।
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