Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 03 Aug, 2022 06:48 PM

फरुखनगर क्राइम ब्रांच ने हत्या व डकैती के मामले में उम्र कैद की सजा के दौरान पैरोल ज प करने वाला शातिर आरोपी को तीस साल बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी यूपी के गाजियाबाद में अपना नाम बदलकर रह रहा था। जहां उसने शादी भी कर ली और उसके तीन बच्चे भी हैं।
गुड़गांव, (ब्यूरो): फरुखनगर क्राइम ब्रांच ने हत्या व डकैती के मामले में उम्र कैद की सजा के दौरान पैरोल ज प करने वाला शातिर आरोपी को तीस साल बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी यूपी के गाजियाबाद में अपना नाम बदलकर रह रहा था। जहां उसने शादी भी कर ली और उसके तीन बच्चे भी हैं। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर दिया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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पटौदी थाना पुलिस ने डकैती व हत्या मामले में आरोपी पुत्तीलाल व उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। इस मामले में आरोपियों को अदालत ने 23 मार्च 1989 को उम्र कैद की सजा सुनाई। आरोपी पुत्तीलाल वर्ष-1992 में पैरोल लेकर जेल से बाहर आया था, उसके बाद वह वापस नहीं आया। मामले में अब तीस साल बाद फरुखनगर क्राइम ब्रांच के प्रभारी एसआई अमित कुमार की टीम ने जनकपुरी गाजियाबाद (उत्तर-प्रदेश) से पैरोल जंपर पुत्तीलाल उर्फ विक्रमजीत को गिरफ्तार कर लिया।
कई घरों में डाली थी डकैती:
पूछताछ में सामने आया कि पुत्तीलाल ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पटौदी के पास स्थित गांव सांपका में कई घरों में डकैती डाली थी। डकैती के दौरान ही इन्होंने एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने इन्हें गिर तार कर लिया था तथा इन्हें उम्र कैद की सजा हो गई थी। वर्ष 1992 में पैरोल पर बाहर आने के बाद यह वापस नहीं आया।
पुत्तीलाल से विक्रमजीत बना:
इसके बाद उसने अपना नाम पुत्तीलाल से बदलकर विक्रमजीत रख लिया तथा गाजियाबाद में रहने लगा। उसके बाद ना ही तो यह अपने गांव गया और ना ही किसी रिश्तेदारी में गया। इसने शादी भी कर ली तथा इसके तीन बच्चे भी है। यही नहीं अपने पिता की मौत भी वह अपने पैतृक घर नहीं गया। इसने अपने लड़के की शादी में भी किसी भी रिश्तेदार को नहीं बुलाया था। इसके द्वारा किए गए अपराध बारे इसके बीवी व बच्चे भी अनभिज्ञ हैं।