Edited By Isha, Updated: 04 Feb, 2020 01:48 PM
कोरोना वायरस का भले ही प्रदेश समेत जिले में एक भी कन्फ र्म मरीज नहीं आया है लेकिन वायरस की चर्चा मात्र ने लोगों को खोने-पीने से पहले सोचने पर मजबूर कर दिया है। इतना ही नहीं नॉन..........
रोहतक (मैनपाल) : कोरोना वायरस का भले ही प्रदेश समेत जिले में एक भी कन्फर्म मरीज नहीं आया है लेकिन वायरस की चर्चा मात्र ने लोगों को खोने-पीने से पहले सोचने पर मजबूर कर दिया है। इतना ही नहीं नॉन वेज के शौकीन अब नॉन वेज से परहेज करते नजर आने लगे है। नॉन वेज विक्रेताओं का कहना है कि जब से वायरस जानवरों से फैले जाने की बात सामने आई है, लोगों ने नॉन वेज से परहेज करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि बीते एक माह में पीक सीजन होने के बावजूद मासिक आय में 25 फीसदी की खपत पर असर पड़ा है।
अशोक चौक पर सरदार शोरामा एवं एगरोल विक्रेता किनू ने बताया कि जहां प्रतिदिन 5 ट्रे अंडे की खपत थी, अब केवल 3 से साढ़े 3 ट्रे ही लगती है, इसमें चिकन रोल की डिमांड कम हुई है। पहले जहां 10 किलो चिकन की खपत थी, अब महज 6 किलो रह गई है। वहीं, चिकन शोरमा की बिक्री पर असर पड़ा है। हालांकि, चिकित्सकों का कहना है कि उबला हुआ ही नॉन वेज खाना सुरक्षित है। क्योंकि, उबलने के बाद वायरस के न होने की संभावना बिलकुल न के बराबर हो जाती है।