Edited By Saurabh Pal, Updated: 04 Sep, 2023 08:39 AM
हरियाणा में पिछले एक महीने बारिश लगभग न के बरारबर हुई है। जिसके कारण लगातार तापमान बढ़ रहा है। लोग गर्मी से परेशान हैं, लेकिन मौसम की गतिविधियों के विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के अनुसार हरियाणा का मौसम बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवात के...
हिसारः हरियाणा में पिछले एक महीने बारिश लगभग न के बरारबर हुई है। जिसके कारण लगातार तापमान बढ़ रहा है। लोग गर्मी से परेशान हैं, लेकिन मौसम की गतिविधियों के विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के अनुसार हरियाणा का मौसम बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवात के कम दबाव के क्षेत्र में बदलने से बारिश की गतिविधियां होंगी। मगर, दूसरी तरफ पाकिस्तान पर बन रहा प्रति चक्रवात इसकी गतिविधियों में बाधा डालेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि प्रति चक्रवात हरियाणा के पश्चिमी हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र को पहुंचने से रोकेगा।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पिछले महीने की शुरुआत से ही अलनीनो का असर साफ तौर पर दिखाई दिया। मानसून टर्फ रेखा अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर में हिमालय की तलहटी में सुप्त अवस्था में विराजमान है। इसके साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं हुई है। केवल बीच में संजीवनी स्वरूप पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सीमित स्थानों पर हल्की बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया। लगातार हरियाणा, दिल्ली एनसीआर व दिल्ली में मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। वहीं तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया है। हलांकि रात में हवाएं चलने तापमान में गिरावट दर्ज की जाती है।
2 दिन बाद बारिश का अनुमान
वर्तमान में उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय सरकुलेशन बना हुआ है, जो कि 24 घंटों में एक कम दबाव का क्षेत्र में तब्दील होकर भारत के उत्तर पश्चिम में मध्य प्रदेश तक पहुंचने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के असर से मानसून टर्फ रेखा अपनी सामान्य स्थिति के आसपास पहुंचने की संभावना है। इस कारण से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर 6 से 9 सितंबर के दौरान हल्की- फुल्की बादलों की आवाजाही पूर्व और दक्षिण हरियाणा में बारिश की संभावना है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तरी हरियाणा में बारिश की संभावना प्रबल है।
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