Edited By vinod kumar, Updated: 05 Jan, 2021 04:23 PM
यमुनानगर के जगाधरी बस अड्डा का इस्तेमाल लोग चालान से बचने के लिए करते रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसी को रोकने के लिए आरटीए विभाग ने पुलिस के सहयोग से जगाधरी बस अड्डा के अंदर बैरिकेडिंग शुरू की है। बस अड्डा के अंदर आने वाले प्राइवेट...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर के जगाधरी बस अड्डा का इस्तेमाल लोग चालान से बचने के लिए करते रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसी को रोकने के लिए आरटीए विभाग ने पुलिस के सहयोग से जगाधरी बस अड्डा के अंदर बैरिकेडिंग शुरू की है। बस अड्डा के अंदर आने वाले प्राइवेट वाहन चालकों का चालान भी किया जाएगा।
यमुनानगर जिला में 73 एक्सीडेंट संभावित एरिया है। जो विभिन्न एजेंसियों द्वारा चिन्हित किए गए हैं। यहां एक्सीडेंट की संभावना समाप्त करने के लिए विभिन्न कार्य किए जाने शुरू किए गए हैं। आरटीए सचिव भारत भूषण कौशिक वा इंस्पेक्टर पूरन सिंह ने बताया की जगाधरी बस अड्डा का इस्तेमाल प्राइवेट वाहन चालक चालान से बचने के लिए करते रहे हैं। जिसके चलते दुर्घटनाओं में वृद्धि होती रही है।
अब जगाधरी बस अड्डे के अंदर दाखिल होने वाले प्राइवेट वाहन चालकों के चालान किए जाएंगे। प्राइवेट वाहन बस अड्डा में ना घुसे इसके लिए बकायदा बैरिकेडिंग की गई है। इसके साथ यहां होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि यमुनानगर में 13 ट्रैफिक लाइट प्वाइंट है, जिनमें से कुछ खराब है उन्हें ठीक करवाया जा रहा है।
यमुनानगर जिला में दुर्घटनाओं में वृद्धि रोकने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए जगाधरी बस अड्डा में भी प्राइवेट वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा जिला में 73 एक्सीडेंट संभावित इलाके हैं, वहां भी उन कारणों का पता करके, जो संभव हो कार्रवाई की जा रही है। मकसद यही है दुर्घटनाओं में कमी लाना।