Edited By Manisha rana, Updated: 28 Dec, 2025 08:48 AM

रूढ़िवादी मानसिकता से उबरते समाज की एक प्रेरणादायक तस्वीर चीका में देखने को मिली, जहां एक परिवार ने बेटी के जन्म पर पूरे उत्साह और धूमधाम से खुशियां मनाईं।
गुहला-चीका (कपिल) : रूढ़िवादी मानसिकता से उबरते समाज की एक प्रेरणादायक तस्वीर चीका में देखने को मिली, जहां एक परिवार ने बेटी के जन्म पर पूरे उत्साह और धूमधाम से खुशियां मनाईं। वर्षों से समाज में बेटियों को लेकर चली आ रही संकीर्ण सोच को तोड़ते हुए इस परिवार ने बेटी के आगमन को उत्सव का रूप दिया।

अस्पताल से घर तक नन्हीं परी के स्वागत में ढोल-नगाड़े बजे, घर-आंगन को रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया और मिठाइयां बांटी गईं। परिवारजनों ने न केवल खुशी जताई बल्कि आसपास के लोगों को भी इस खुशी में शामिल किया। बेटी की दादी ने कहा कि बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं, दोनों समान रूप से परिवार और समाज का गौरव हैं।
इस मौके पर मोहल्लेवासियों ने भी परिवार की सोच की सराहना की और इसे समाज में सकारात्मक बदलाव का उदाहरण बताया। चीका में मनाया गया यह उत्सव साफ संदेश देता है कि अब समाज धीरे-धीरे रूढ़िवादी मानसिकता से बाहर निकलकर बेटियों को समान अधिकार और सम्मान देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
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