Edited By Isha, Updated: 20 Dec, 2025 12:13 PM

किसी ने सच ही कहा है कि जज़्बा उम्र का मोहताज नहीं होता। इस कथन को रेवाड़ी के सेक्टर-3 की निवासी सुषमा यादव धर्मपत्नी अनिल यादव ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से चरितार्थ कर दिखाया है।नई दिल्ली स्थित डॉ.
रेवाड़ी: किसी ने सच ही कहा है कि जज़्बा उम्र का मोहताज नहीं होता। इस कथन को रेवाड़ी के सेक्टर-3 की निवासी सुषमा यादव धर्मपत्नी अनिल यादव ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से चरितार्थ कर दिखाया है। नई दिल्ली स्थित डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 11 से 18 दिसंबर तक आयोजित 68वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता में सुषमा यादव ने 10 मीटर सीनियर महिला पिस्टल (सीनियर मास्टर्स वर्ग) में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल व्यक्तिगत सफलता हासिल की, बल्कि इस वर्ग में हरियाणा प्रदेश को पहली बार गोल्ड मेडल दिलाकर इतिहास रच दिया।
उनकी इस शानदार उपलब्धि से रेवाड़ी जिला ही नहीं, पूरा हरियाणा प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। एक कुशल गृहिणी होने के साथ-साथ सुषमा यादव ने यह सिद्ध कर दिया कि दृढ़ संकल्प, नियमित अभ्यास और आत्मविश्वास के बल पर किसी भी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है।
सुषमा यादव ने खेल, शिक्षा और पारिवारिक संतुलन को बनाए रखते हुए प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत उदाहरण दिया। इससे पहले सुषमा यादव ने देहरादून में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर क्वालीफाई किया था। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी उन्होंने इसी वर्ग में राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
सुषमा यादव ने खेल, शिक्षा और पारिवारिक संतुलन को बनाए रखते हुए प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत उदाहरण दिया है। आज जब हरियाणा प्रदेश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान चल रहे हैं, ऐसे समय में सुषमा यादव जैसी महिलाएं यह संदेश देती हैं कि महिलाएं स्वयं आगे बढकऱ न केवल अपने लक्ष्य हासिल कर सकती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी विशेषकर बेटियों को भी आगे बढऩे की प्रेरणा दे सकती हैं। अपनी इस गौरवपूर्ण सफलता का श्रेय सुषमा यादव ने अपने कोच रमन तथा अपने परिजनों को दिया है।